पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच इस्तांबुल में चल रही शांति वार्ता में उस वक्त एक अजीब मोड़ आ गया जब पाकिस्तान ने तालिबान से अपनी जमीन पर ड्रोन हमले करने की इजाजत मांगी. पाकिस्तानी नुमाइंदों ने पहली बार यह भी कबूल किया कि इस्लामाबाद ने एक विदेशी मुल्क के साथ समझौता कर लिया है, जिसके तहत वह अपने ही मुल्क में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ ड्रोन हमलों की इजाजत दे चुका है.