बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के खिलाफ गंभीर अपराधों का दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई गई है. ढाका के विदेश विशेष ट्रिब्यूनल ने कहा है कि शेख हसीना ने हिंसा भड़काने के लिए कार्यकर्ताओं को उकसाया और छात्रों के आंदोलन को दबाने की कई कोशिशें कीं जिसमें कई छात्रों की मौत हुई और हजारों घायल हुए. ट्रिब्यूनल ने यह भी कहा कि सरकार के प्रमुख के तौर पर वे असमर्थ रहीं.