विदेश मंत्री एस जयशंकर जर्मनी के दौरे पर हैं. जर्मनी के म्यूनिख में चल रहे वर्ल्ड सेक्यूरिटी कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री ने राष्ट्रवाद और बहुपक्षवाद पर बात की. साथ ही वैश्विक राजनीतिक असंतुलन की भी चर्चा करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए. एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र संघ में सामयिक परिवर्तन पर जोर दिया.
विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसे देश हैं, जहां राष्ट्रवाद सकारात्मक और मुखर है. कुछ मामलों में यह अधिक असुरक्षित राष्ट्रवाद है. उन्होंने कहा कि तथ्य यह है कि राष्ट्रवादी देशों की दुनिया स्पष्ट रूप से ऐसी दुनिया है, जहां बहुपक्षीयता कम है. उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन और दुनिया के कई अन्य देश अधिक राष्ट्रवादी हैं. जयशंकर ने कहा कि यह राष्ट्रवाद बहुत हद तक निर्वाचन प्रक्रिया के जरिए वैधानिक है.
External Affairs Minister, S Jaishankar at Munich Security Conference, Germany: There are countries where it is a positive assertive nationalism, in some cases it is more insecure nationalism. The fact is, a more nationalistic world is obviously a less multilateral world. https://t.co/jc1sB7oizf
— ANI (@ANI) February 15, 2020 >यह भी पढ़ें- प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदलकर किया गया सुषमा स्वराज भवन
विदेश मंत्री जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता को लेकर कहा कि जो भी व्यवस्था 75 वर्ष पहले थी, वह आज उतनी अच्छी नहीं होगी जितनी तब हुआ करती थी. उन्होंने सामयिक परिवर्तन की वकालत की. उन्होंने कहा कि दुनिया को भारत के विचार सुनने चाहिए. इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कई देशों के नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक चिंता के कई मुद्दों पर भारत के विचारों से अवगत कराया.
यह भी पढ़ें- पटेल को मंत्री नहीं बनाना चाहते थे नेहरू? ट्विटर पर रामचंद्र गुहा और मोदी के मंत्री आमने-सामने
जयशंकर ने केली क्राफ्ट और वुल्फगैंग के साथ ही अमेरिका के राजदूत, म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन (एमएससी) के अध्यक्ष और पुर्तगाल के रक्षा मंत्री से भी मिले. जयशंकर ने जॉर्जिया के विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद ट्वीट कर कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार, शिक्षा और कनेक्टिविटी बढ़ाने को लेकर सकारात्मक बातचीत हुई. वहीं, पुर्तगाल के रक्षा मंत्री से हुई मुलाकात को उन्होंने पुर्तगाली राष्ट्रपति की भारत यात्रा के पृष्ठभूमि में बताया. पुर्तगाल के राष्ट्रपति अभी भारत दौरे पर हैं.
EAM S Jaishankar: United Nations is far less credible than it has been in history, which is not surprising because when you think about it, there are not too many things which are 75 years old & still as good as they were. Clearly there is something that needs to be done there. pic.twitter.com/DTrlEsgcG3
— ANI (@ANI) February 15, 2020पुर्तगाल के मजबूत समर्थन की सराहना भी की
Advertisementविदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत और यूरोपीय संघ के संबंधों को और विस्तार देने के लिए पुर्तगाल के मजबूत समर्थन की सराहना की. उन्होंने लिथुआनिया के अपने समकक्ष से भी मुलाकात कर कई मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान लिथुआनिया के विदेश मंत्री ने जयशंकर को अपने देश आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया.
हालांकि जयशंकर ने ट्वीट कर यह भी साफ किया कि हमारे संबंधों को और मजबूती देने के लिए बहुत अधिक संभावनाएं नहीं हैं. बता दें कि जर्मनी के म्यूनिख शहर में 14 फरवरी को वर्ल्ड सेक्यूरिटी कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हुई. इस कॉन्फ्रेंस का समापन 16 फरवरी को होगा. विदेश मंत्री एस जयशंकर जर्मनी के बाद बेल्जियम जाएंगे.