इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने 24 घंटों से भी कम समय में दूसरी बार यमन में हूती आतंकवादी संगठन के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है. इस बार हमला यमन की राजधानी सना के केंद्रीय हवाई अड्डे पर किया गया, जिससे एयरपोर्ट पूरी तरह से बंद हो गया है.
आईडीएफ ने बताया कि हूती संगठन द्वारा इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर हमले के जवाब में यह कार्रवाई की गई. सना का यह एयरपोर्ट, हूदेदा पोर्ट की तरह, हूती आतंकवादी संगठन द्वारा हथियार और आतंकवादियों को स्थानांतरित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. इन ठिकानों का उपयोग आम नागरिक संरचनाओं की आड़ में आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था.
इसके अलावा सना क्षेत्र में कई केंद्रीय बिजली संयंत्रों को भी निशाना बनाया गया है. आईडीएफ के अनुसार, ये पावर स्टेशन हूती शासन के लिए एक प्रमुख ऊर्जा स्रोत हैं, जिनका इस्तेमाल वे अपनी आतंकी गतिविधियों को बनाए रखने में करते हैं. आईडीएफ ने इसे यमनी जनता की नागरिक संरचनाओं का आतंकी उद्देश्यों के लिए दुरुपयोग बताया.
सना शहर के उत्तर में स्थित 'अल-इमरान' कंक्रीट फैक्ट्री को भी हमले में निशाना बनाया गया. यह फैक्ट्री हूती संगठन की सुरंगों और सैन्य ढांचे के निर्माण में अहम भूमिका निभा रही थी. इस पर हमला करके आईडीएफ ने हूती शासन की अर्थव्यवस्था और सैन्य क्षमताओं को झटका दिया है.
आईडीएफ ने बताया कि सभी हमले सुनियोजित और लक्षित थे, और नागरिकों व नागरिक संपत्तियों को होने वाले नुकसान को न्यूनतम रखने की पूरी कोशिश की गई. यह सैन्य अभियान इजरायली वायु सेना प्रमुख और सेनाध्यक्ष की मंजूरी से किया गया.
आईडीएफ ने यह भी कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों से हूती आतंकवादी संगठन ईरान की सहायता और मार्गदर्शन में इजरायल और उसके सहयोगियों को नुकसान पहुँचाने, क्षेत्रीय स्थिरता को कमजोर करने और वैश्विक नौवहन स्वतंत्रता को बाधित करने का प्रयास कर रहा है.
आईडीएफ ने स्पष्ट किया है कि वह इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले किसी भी तत्व पर, चाहे वह कितनी भी दूर क्यों न हो, सख्त और निर्णायक कार्रवाई करता रहेगा.