दुनिया के ताकतवर देशों में हथियारों के बाद अब अंतरिक्ष ताकत बनने की होड़ लगी है. अमेरिका, रूस, चीन और भारत के बाद अब फ्रांस ने भी एंटी सैटेलाइट मिसाइल बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं. खबरों की मानें तो फ्रांस की रक्षा मंत्री ने इसकी घोषणा की है.
खबरों के अनुसार फ्रांस की रक्षा मंत्री ने कहा है कि यही एक क्षेत्र है, जिसमें हम पीछे हैं. उन्होंने कहा कि हम इस दिशा में काम करेंगे. हमारा देश अपनी सैटेलाइटों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसका उपयोग करेगा. गौरतलब है कि अंतरिक्ष में लगभग 2000 हजार सैटेलाइट हैं.
अमेरिका, रूस और चीन के पास पहले से ही अंतरिक्ष में ही दुश्मन की सैटेलाइट को जमीन से ही मार गिराने की क्षमता है. जानकार इसे चीन और रूस के आक्रामक रूख से प्रेरित बता रहे हैं.
बता दें कि मार्च में भारत ने भी इसी वर्ष 27 मार्च को एंटी सैटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण किया था. भारत ने अपने एक कृत्रिम उपग्रह को उपग्रह रोधी मिसाइल से मार गिराया था.
इस परीक्षण के साथ ही भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद इस तरह की तकनीक से लैस दुनिया का चौथा देश बनकर उभरा था. भारत के इस परीक्षण पर पाकिस्तान ने गंभीर चिंता जताई थी. वहीं नासा ने भारत द्वारा किए गए इस परीक्षण को भयंकर बताया था. नासा ने दावा किया था कि भारत के नष्ट उपग्रह के लगभग 400 टुकड़ों का मलबा अंतरिक्ष में बिखरा पड़ा है. इससे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है.
नासा के बयान को आधार बनाकर पाकिस्तान ने भी इसे चिंताजनक बताया था. इन चार देशों के एंटी सैटेलाइट रोधी क्षमता से लैस होने के बाद अंतरिक्ष में ताकत बढ़ाने की होड़ शुरू होने की संभावना जताई जा रही थी. अब फ्रांस के बाद और देशों के भी होड़ में शामिल होने की अटकलें लगाई जानें लगी हैं.