मध्य अफ्रीका में स्थित डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो में नाव पलटने से दर्दनाक हादसा हो गया. एक मोटर चालित लकड़ी वाली नाव आग लगने के बाद नदी में पलट गई. इस हादसे में 148 लोगों की मौत हो गई, अब भी दर्जनों लापता हैं. लोगों की तलाश की जा रही है. जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय 500 लोग नाव में सवार थे. लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा.
मबंडाका के पास हुआ हादसा
कॉन्गो के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में एचबी कोंगोलो नाम का नाव मतानकुमु बंदरगाह से बोलोम्बा क्षेत्र की ओर जा रहा थी, तब मबंडाका के पास यह हादसा हो गया.
अधिकारियों ने हादसे पर क्या कहा?
स्थानीय अधिकारी के अनुसार, नाव में आग तब लगी जब एक महिला खाना बना रही थी. नदी आयुक्त, कॉम्पिटेंट ल्योको ने इसकी पुष्टि की. जैसे ही आग लगी लोग घबरा गए और नदी में कूदने लगे, ताकि वह खुद को आग से बचा सकें. इनमें से ज्यादातर को तैराकी भी नहीं आती थी.
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सीनेटर का बयान
सीनेटर जीन-पॉल बोकेट्सू बोफिली ने कहा, 'नाव पर सवार 500 लोगों में 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाना बड़ी संख्या है. 150 से अधिक लोगों को तीसरी डिग्री के जलने के कारण इलाज की जरूरत है .
रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बढ़ा मौत का आंकड़ा
इससे पहले अंदाजा लगाया गया कि इस हादसे में लगभग 50 लोगों की जान गई होगी. हालांकि, रेस्क्यू टीम जैसे ही अपना बचाव अभियान शुरू किया यह आंकड़ा बढ़कर 148 पहुंच गया.
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कॉन्गो में नाव हादसे आम क्यों हैं?
कॉन्गो में नाव हादसा असामान्य नहीं है, क्योंकि यहां ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर नाव की हालत खराब हो चुकी है. गांवों में यातायात के लिए लोग लकड़ी के नाव पर ही निर्भर हैं, जो कि पहले ही पुरानी हो गई है. सुरक्षा मानकों का भी अनदेखी की जाती है, ज्यादातर लोगों को लाइफ जैकेट नहीं दी जाती.