ऑस्ट्रेलिया के जंगल में अब तक का सबसे बड़ा अग्निकांड हुआ है. यहां के जंगल कई दिनें से धधक रहे हैं. जंगल की आग को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 13 जनवरी से शुरू होने वाली अपनी चार दिवसीय भारत यात्रा शनिवार को रद्द कर दी. हालांकि प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा कि वह आगामी महीनों में सही समय पर एक बार फिर से यात्रा की तारीख तय करेंगे. वह 13 जनवरी से शुरू होने वाली अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक द्विपक्षीय बातचीत करने वाले थे.
एक बयान में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारा देश इस वक्त देश भर में फैली भीषण जंगल की आग संकट से जूझ रहा है. इस मुश्किल घड़ी में हमारी सरकार का पूरा ध्यान ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की मदद करने पर केंद्रित है. कई लोग फिलहाल आग के खतरे का सामना कर रहे हैं और कई लोग इससे उबर चुके हैं."
बयान के अनुसार प्रधानमंत्री ने भारत की अपनी राजकीय यात्रा एवं जापान की आधिकारिक यात्रा रद्द कर दी ताकि वह ऑस्ट्रेलिया में आई आपदा के समय देश में रहें और बचाव कार्यों पर करीब से नजर रख सकें.
इसके अनुसार, "हम लोग इस यात्रा को लेकर भारत और जापान की ओर से की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हैं और आगामी महीनों में यात्रा को पुननिर्धारित करने को लेकर आशावान हैं."
बयान के अनुसार, "देश भर में हमलोग जहां भी गए वहां हमें जंगल की आग के कारण तबाही और निराशा ही दिखी. सबसे अच्छी बात यह दिखी कि संकट की इस घड़ी में ऑस्ट्रेलियावासी एक साथ मिलकर एक दूसरे की मदद को आगे आए हैं."
I'm literally in tears. Most heartbreaking images I've seen in a long time of animals charred, injured in the Australian bushfires. Kudos to the amazing Australian communities helping these beautiful creatures. https://t.co/eaCZhSo0RO pic.twitter.com/IWN0wEUQsz
— Shiv Aroor (@ShivAroor) January 3, 2020
इसके अनुसार, "हमने ऑस्ट्रेलिया वासियों से अपने-अपने इलाकों में हालात पर नजर रखने और राज्य एवं अधिकारियों तथा एडीएफ के निर्देशों का पालन करने की अपील की है, क्योंकि वे लोगों को सुरक्षित रखने के लिए काम कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया वासियों को इस मुश्किल घड़ी से निकालने के लिए जो भी बन पड़ेगा वह किया जाएगा."
प्रधानमंत्री मोदी की शुक्रवार को मॉरिसन से टेलीफोन पर बातचीत हुई थी, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में जंगल की आग की वजह से संपत्ति को हुए भारी नुकसान तथा जानमाल की हानि पर सभी भारतीयों की ओर से शोक जताया.
ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया एवं ऑस्ट्रेलियावासियों को भारत की ओर से 'भरपूर सहयोग' की पेशकश की जो इस वक्त अभूतपूर्व प्राकृतिक आपदा का बहादुरी से डटकर सामना कर रहे हैं.
आग में लगभग 50 करोड़ जानवर जलकर मरे
चार महीने का समय बीत चुका है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के इकोलॉजिस्ट ने अनुमान जताया है कि अब तक 48 करोड़ जानवरों की मौत आग में झुलसने से हुई है. इसमें स्तनधारी पशु, पक्षी और रेंगने वाले जीव सभी शामिल हैं.
कोआला की तादाद में भारी गिरावट
न्यू साउथ वेल्स के मध्य-उत्तरी इलाके में सबसे अधिक कोआला (जानवर) निवास करते हैं. लेकिन जंगलों में लगी आग की वजह से उनकी आबादी में भारी गिरावट आई है.
इस सप्ताह 200 से अधिक घर नष्ट
इस सप्ताह तट की ओर बढ़ रही हाल में लगी आग ने 200 से अधिक घरों को भी नष्ट कर दिया है. कई लोग हालांकि अभी भी आग से प्रभावित क्षेत्रों में हैं. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि आस्ट्रेलिया में इस सीजन में आग से संबंधित घटनाओं में कम से कम 18 लोगों की मौत हो चुकी है और यह संख्या आगे बढ़ने की संभावना है.
विक्टोरिया के पूर्वी जीप्सलैंड में 43, जबकि न्यू साउथ वेल्स में 176 घर आग में नष्ट हुए हैं. इससे पहले बुधवार को न्यू साउथ वेल्स रूरल फायर सर्विस ने कहा था कि इस सीजन में 916 घर तबाह हुए हैं और 363 क्षतिग्रस्त हो गए हैं.