चीन के लेखक मो येन को साहित्य के क्षेत्र में साल 2012 के लिए नोबेल पुरस्कार से नवाज़ा गया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें अपने लेखन के लिए प्रसिद्धी अपने नॉवल 'रेड सोरगम' के लिए मिली थी.
उन्होंने लेखन की शुरुआत उस वक्त की थी जब वे पीपल लिब्रेशन आर्मी येनी पीएलए में एक सैनिक थे.
दुखों को देखकर ही उन्हें काम करने का प्रोत्साहन मिला और तभी वे भ्रष्टाचार से निपटने, चीनी समाज के पतन, ग्रामीण जीवन और चीन की एक बच्चा नीति के बारे लिख पाए.
मो येन का बचपन काफी मुश्किलों में बीता. उन्होंने बचपन में काफी गरीबी और दुख देखे.
मो येन 109वें नोबेल पुरस्कार विजेता हैं .इससे पहले पिछले साल स्वीडन के कवि टॉमस ट्रांसट्रोमर को ये पुरस्कार दिया गया था.
इन लेखक का नाम वैसे बॉर्न ग्वान मोए है और वो मो येन के उपनाम से लिखते है जिसका मतलब चीन में होता है 'मत बोलो.'
57 वर्षीय मो येन पहले चीनी लेखक है जिन्होंने ये पुरस्कार जीता है.
दर्जनों छोटी कहानियां लिख चुके मो येन का पहला लेखन साल 1981 में प्रकाशित किया गया था.