पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि दक्षिण कोलकाता स्थित उनके भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता संरचना बदलने की जानबूझकर कोशिश की जा रही है. ममता 2011 से इस दक्षिण कोलकाता सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. किसी भी पार्टी का नाम लिए बिना ममता बनर्जी ने दावा किया कि चुनावों को प्रभावित करने के लिए यहां बाहरी लोगों को लाया जा रहा है.
ममता ने कहा कि लोग यहां आ रहे हैं, ज़मीन खरीद रहे हैं, इमारतें बना रहे हैं और मौजूदा निवासियों को पैसे देकर उन्हें यहां से जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं. कई इलाकों में गरीबों की झुग्गियों को तोड़कर बड़े-बड़े घर बनाए जा रहे हैं, मैं इसका समर्थन नहीं करती. आप हमारे मतदाताओं को भगा रहे हैं. ममता बनर्जी ने राज्य आवास योजनाओं का इस्तेमाल झुग्गीवासियों की सुरक्षा के लिए करने का आग्रह किया और कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के घरों की सुरक्षा पार्टी की प्राथमिकताओं में सबसे महत्वपूर्ण है.
बोहिरागोतो टिप्पणी पर सफाई
शुक्रवार को काली पूजा के एक कार्यक्रम में बोलते हुए ममता बनर्जी ने 'बाहरी लोगों' पर अपनी टिप्पणी पर सफाई दी. ममता ने कहा कि उन्होंने मेरे एक बयान को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर अलग अर्थ दिया है. जब मैंने 'बोहिरागोतो' शब्द का इस्तेमाल किया, तो मेरा मतलब साफ़ तौर पर एक ख़ास राजनीतिक दल से था, जो राज्य के बाहर से लोगों को लाता है.
सीएम ममता ने आगे कहा कि वे हमारे असली मतदाताओं के नामों के साथ दस बाहरी लोगों के नाम जोड़ देते हैं, ताकि हमारे अपने लोगों को वोट देने से रोका जा सके. चुनाव की आड़ में कई बाहरी लोग अवैध रूप से यहां आते हैं. उन्होंने पूछा कि एक व्यक्ति का नाम दो जगहों पर कैसे दर्ज हो सकता है? यही बात मैंने उठाई थी और इसीलिए मैंने अपने पार्षदों को सतर्क रहने की चेतावनी दी थी. दुर्भाग्य से, मेरे शब्दों का जानबूझकर गलत अर्थ निकाला गया.
ममता बनर्जी ने ज़ोर देकर कहा कि उनकी टिप्पणी चुनावी हेराफेरी के बारे में थी और किसी समुदाय के ख़िलाफ़ नहीं थी. उन्होंने आगे कहा कि यहां बहुत से हिंदी भाषी लोग हैं, बहुत से बंगाली भाषी लोग हैं, और धीरे-धीरे एक सुनियोजित प्रयास के तहत भवानीपुर को पूरी तरह से बाहरी लोगों से भर दिया जा रहा है.
बीजेपी की प्रतिक्रिया
वहीं, बीजेपी ने मुख्यमंत्री के आरोपों को खारिज कर दिया. बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी ने कहा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति को नहीं ला रहा है. सभी उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोग हैं, उनके काम के आधार पर उनके अपने ही लोग उनका मूल्यांकन कर रहे हैं. उधर, केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने भी ममता बनर्जी की आलोचना की. साथ ही बाहरी लोगों पर उनके बयानों पर सवाल उठाए.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता की टिप्पणियों को मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) से जोड़ा, जिसमें बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के नाम हटा दिए जाएंगे. हुगली में भाजपा द्वारा आयोजित एक बैठक में उन्होंने दावा किया कि वैध दस्तावेज़ों वाले भारतीय मुसलमानों को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन बाहरी लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर फर्जी मतदान अगले विधानसभा चुनावों में समाप्त हो जाएगा.