यूपी के मेरठ जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको हैरान कर दिया. यहां एक व्यक्ति ने पारिवारिक कलह से परेशान होकर अपनी पत्नी और तीन बच्चों को दूसरे व्यक्ति को सौंप दिया और उसी से अपनी पत्नी का निकाह भी करा दिया. मामला थाना सरूरपुर क्षेत्र के ग्राम पांचाली बुजुर्ग का बताया जा रहा है, जहां यह अनोखी घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गई है. मामले की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस भी सकते में है. बताया जा रहा है कि यह पूरा विवाद घर, जमीन और पारिवारिक झगड़ों से जुड़ा हुआ है.
पारिवारिक झगड़े से तंग आया पति
गांव पांचाली बुजुर्ग निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि उसके अपने ही परिवार के लोग लगातार उसे प्रताड़ित कर रहे थे. उसने आरोप लगाया कि उसके पिता, बहन और बहनोई उस पर मानसिक दबाव बना रहे थे और उसके मकान पर कब्जा करना चाहते थे. आरोप यह भी है कि परिजन लगातार झगड़ा कर उसके घर के आधे हिस्से की मांग कर रहे थे, जबकि वह मकान उसकी पत्नी के नाम पर है. उस व्यक्ति के मुताबिक, यह मकान उसकी पत्नी के मायके वालों ने जमीन लेकर बनवाया था और उसकी पत्नी के नाम ही दर्ज है. इसके बावजूद परिवार के लोग मकान और जमीन को लेकर उसे मानसिक रूप से परेशान करते रहे.
मुझे पागल साबित करने की कोशिश की गई
उस व्यक्ति ने आगे आरोप लगाया कि उसके पिता, बहन और बहनोई न सिर्फ उसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं बल्कि उसे मानसिक रूप से अस्थिर बताकर पागल साबित करने की योजना बना रहे हैं. उसने कहा कि परिजन उसकी पत्नी पर भी गलत इल्ज़ाम लगाते हैं और दोनों को अलग करने की कोशिश कर रहे थे. उसने कहा, घर में रोज झगड़े होते थे. मेरे अपने ही मुझे दुश्मन की तरह देखने लगे थे. पत्नी पर भी गलत आरोप लगाए जाते थे. धीरे-धीरे हालात ऐसे बन गए कि अब जीने की इच्छा ही खत्म हो गई थी.
कलह से थककर लिया चौंकाने वाला फैसला
बताया जा रहा है कि इसी मानसिक दबाव और घरेलू तनाव के कारण उस व्यक्ति ने एक ऐसा कदम उठा लिया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. उसने अपने बच्चों और पत्नी को एक दूसरे युवक को सौंप दिया. यही नहीं, उसने उसी युवक से अपनी पत्नी का निकाह भी करवा दिया.सूत्रों के अनुसार, निकाह की प्रक्रिया गांव के लोगों की मौजूदगी में पूरी की गई. महिला ने भी इस फैसले पर सहमति जताई, क्योंकि वह भी लगातार हो रहे झगड़ों और पारिवारिक कलह से परेशान थी.
अब मैं अपने परिवार से आज़ाद हूं
इस पूरे घटनाक्रम के बाद व्यक्ति ने कहा कि उसने अब अपने परिवार और परिजनों से नाता तोड़ लिया है. उसने कहा, मैंने अपनी पत्नी और बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए यह कदम उठाया है. अगर मैं उनके साथ रहता तो शायद रोज झगड़े और तनाव में हम सबका जीवन बर्बाद हो जाता. अब वे खुश रहें, यही मेरी दुआ है. वहीं, गांव के लोगों का कहना है कि यह मामला बेहद अजीब और दुखद है. कोई व्यक्ति अपने परिवार को खुद किसी और को सौंप दे, यह सुनकर सभी चौंक गए. ग्रामीणों का कहना है कि इस परिवार में पिछले कई महीनों से विवाद चल रहा था, कई बार पंचायतें भी हुईं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.
मकान और जमीन का विवाद बना मूल कारण
ग्रामीणों के मुताबिक, विवाद की जड़ वही मकान है जिसमें यह व्यक्ति अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता था. बताया जा रहा है कि यह मकान उसकी पत्नी के माता-पिता ने अपने खर्चे से बनवाया था. परिजनों को यह बात नागवार गुजर रही थी और वे मकान में हिस्सेदारी की मांग कर रहे थे. इसी को लेकर घर में लगातार झगड़े होते रहे. कई बार स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मामला थाने तक पहुंच गया. बताया जा रहा है कि व्यक्ति ने पहले भी पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
पुलिस जांच में जुटी
इस पूरे प्रकरण के सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. वही इस मामले में थाना प्रभारी सरूरपुर ने बताया कि सूचना मिली थी कि युवक पहले शादी करके लाया था और इसकी बात नहीं बन पाई तो इसने दूसरे से शादी कर दी है. यदि भविष्य में किसी प्रकार की शिकायत या विवाद होता है तो कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.