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'अगर कोई मुस्लिम पर्यावरण के नजरिए से नदी की पूजा करे तो क्या दिक्कत', बोले दत्तात्रेय होसबाले

गोरखपुर में आयोजित हिंदू सम्मेलन में RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने हिंदू धर्म को मानव धर्म बताते हुए कहा कि भारत में हर व्यक्ति अपने-अपने पंथ का पालन कर सकता है. उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम समुदाय के लोग पर्यावरण के लिए नदी पूजा करें या कोई सूर्य नमस्कार और प्राणायाम करे तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है.

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होसबाले ने कहा कि यही वह हिंदू धर्म है जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने हजारों वर्षों तक संघर्ष किया और आक्रांताओं के सामने डटे रहे. (File Photo: PTI)
होसबाले ने कहा कि यही वह हिंदू धर्म है जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने हजारों वर्षों तक संघर्ष किया और आक्रांताओं के सामने डटे रहे. (File Photo: PTI)

गोरखपुर में आयोजित हिंदू सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के बयान को लेकर चर्चा तेज हो गई है. खोराबार के मालवीय नगर में बुधवार को संबोधन के दौरान उन्होंने हिंदू धर्म को मानव धर्म बताते हुए कहा कि भारत में हर व्यक्ति अपने-अपने पंथ का पालन कर सकता है.

'हिंदू धर्म का अर्थ मानव धर्म'

दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि जब हम हिंदू धर्म कहते हैं तो उसका अर्थ मानव धर्म होता है. दुनिया के किसी भी देश के लोग यहां आकर अपने विश्वास और परंपराओं के अनुसार जीवन जी सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर नमाज पढ़ने वाले हमारे मुस्लिम भाई पर्यावरण की दृष्टि से नदी की पूजा कर लें तो इसमें क्या बिगड़ जाता है. 

'कोई सूर्य नमस्कार करता है तो इसमें गलत क्या'

होसबाले ने कहा कि अगर कोई सूर्य नमस्कार करता है या प्राणायाम करता है तो इसमें गलत क्या है. उन्होंने स्पष्ट किया कि संघ किसी से यह नहीं कहता कि वह अपनी पूजा, नमाज या धार्मिक परंपराएं छोड़ दे. संघ का कहना सिर्फ इतना है कि मानव धर्म और हिंदू धर्म को समझा जाए. 

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उन्होंने कहा कि यही वह हिंदू धर्म है, जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने हजारों वर्षों तक संघर्ष किया और तमाम आक्रांताओं के सामने भी टिके रहे. इस हिंदू सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.

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