उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले में जिस 95 साल बुजुर्ग को उसके परिजन चारपाई मे लिटाकर तहसील ले गए थे, उस बुजुर्ग की सुबह सदमे से मौत हो गई. मौत परिजनों कोहराम मच गया. दरअसल, मंगलवार को बुजुर्ग को चारपाई पर लिटाकर उसे तहसील ले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. गांव के ही लोगों ने बुजुर्ग जगतपाल यादव को 'दबंग' कहा था. इसी बात से नाराज परिजन उसे लेकर तहसील के अधिकारियों की चौखट पर पहुंच गए थे. मामले में चायल एसडीम ने जांच के आदेश भी दिए थे, लेकिन देर सुबह बुजुर्ग की सदमे से मौत हो गई.
आपको पता दे की पूरा मामला चायल तहसील क्षेत्र के मखुऊपुर गांव का है गांव के जगतपत यादव पुत्र जमुना प्रसाद ने पिपरी पुलिस शिकायत करते बताया की मौजा मखुऊपुर पर जमीन का खातेदार मालिक काबिज दाखिल किया था. इसमें उन्होंने यह बताया की मेरा बेटा करण सिंह अपनी भूमि पर निर्माण करा रहा है, जिस पर गांव के ही शिवसूरत, भगत सिंह, विजय सिंह, छया सिंह समेत उसे जबरन अवैध रूप से कब्जा करने की नीयत से निर्माण करने से रोका जा रहा है, जबकि उन लोगों की भूमि सड़क में जा चुकी है. लेकिन विपक्षी लोग कब्जा करने से मान नहीं रहे हैं.
इसी बात से विपक्षियों ने जगपत यादव को 'दबंग' कहते चायल तहसील में शिकायत की थी, जैसे ही जगपत यादव के परिजनों को ये बाद मालूम हुई तो उन्हें बेगुनाह साबित करने के लिए जगपत को चारपाई पर लिटाकर चायल तहसील के अधिकारी की चौखट पर पहुंच गए.किसी ने तहसील जाते हुए उनका वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
लोगों का कहना है की 95 साल के बुजुर्ग जगपत यादव को दबंग बताया गया था जिससे वह सहन नहीं कर सके और बुधवार को सुबह सदमा लगने से उनकी मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों मे कोहराम मच गया.
मृतक के बेटे करण ने बताया कि हमारे पिता को दबंग बताया गया था, इसी बात को लेकर हम तहसील गए थे. आजतक पिता पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है, फिर भी विपक्षियों ने ऐसा कहा था. हम अधिकारियों से यही चाहते हैं कि जब कोई मुकदमा दर्ज नहीं है तो विपक्षी लोगों ने दबंग कैसे कह दिया.