उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में बकरी चराने के विवाद ने जानलेवा रूप ले लिया. इस विवाद में एक महिला की दबंग पड़ोसियों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. मृतका रानी देवी की बेटी और परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है.
परिजनों का कहना है कि पहली बार जब मारपीट हुई थी, उस समय पुलिस ने शिकायत लिखने से इनकार कर दिया और इलाज कराने की सलाह देकर लौटा दिया. यदि रिपोर्ट दर्ज कर ली जाती तो दोबारा हमला न होता और महिला की जान बचाई जा सकती थी.
55 साल की महिला की हत्या
नरवल थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली 55 साली की रानी देवी की दो बेटियां और पांच बेटे हैं. परिवार के अनुसार 2 अक्टूबर की रात उनकी बकरी चराने को लेकर पड़ोसी सत्यम से कहासुनी हो गई. विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट में रानी देवी घायल हो गईं. बेटी मौसमी उन्हें लेकर थाने पहुंची, लेकिन वहां पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की और इलाज कराने की सलाह देकर वापस भेज दिया.
इलाज कराने के बाद जब परिवार घर लौटा तो अगले दिन सुबह सत्यम और उसके परिजनों ने दोबारा हमला किया. इस बार आरोपियों ने रानी देवी की इतनी बेरहमी से पिटाई की कि वो गंभीर रूप से घायल हो गईं. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
मृतक महिला के परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
घटना से गुस्साए परिजनों ने शव को थाने के सामने रखकर पुलिस के खिलाफ जोरदार हंगामा किया. बेटी मौसमी का आरोप है कि अगर पुलिस ने पहली ही शिकायत पर कार्रवाई की होती तो उनकी मां की जान बच जाती.
इस मामले में एसीपी अभिषेक पांडे ने बताया कि शुरुआती झगड़े में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी. इसके बाद जब महिला की मौत हुई तो उसे हत्या की धारा जोड़ी गई है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और शेष आरोपियों की तलाश जारी है. उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.