उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से मंगलवार की शाम एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. थाना रामपुर कारखाना क्षेत्र के पुराने पटनवा पुल पर एक बुर्का पहने 14 साल की लड़की आत्महत्या के लिए पुल के पिलर पर बैठी रो रही थी. राहगीरों ने जब यह दृश्य देखा तो मौके पर अफरा-तफरी मच गई और लोगों की भीड़ जुट गई.
सूचना मिलते ही कार्तिक स्नान की तैयारियों का निरीक्षण कर रहे सीओ सिटी संजय रेड्डी और थाना प्रभारी अभिषेक यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने काफी देर तक किशोरी को समझाने की कोशिश की कि वह कोई गलत कदम न उठाए. इस बीच नदी किनारे भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया ताकि किसी अप्रिय स्थिति में तुरंत बचाव किया जा सके.
युवक ने पुल से पिलर पर कूदकर पकड़ा
इसी दौरान एक युवक ने हिम्मत दिखाते हुए पुल से पिलर पर छलांग लगाई और युवती को पकड़ने की कोशिश की. तभी किशोरी ने भी नदी में कूदने का प्रयास किया, लेकिन उसके बुर्के का सिरा युवक के हाथ में आ गया जिससे वह हवा में लटक गई और जोर-जोर से चिल्लाने लगी. पुलिस और स्थानीय युवकों ने तत्काल प्रतिक्रिया दी और मिलकर किशोरी को खींचकर सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
घर वालों ने बताई 'प्रेत बाधा' और मानसिक परेशानी
लड़की को थाने लाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि वह तरकुलवा थाना क्षेत्र के ग्राम बालपुर श्रीनगर की रहने वाली है और उसके पिता का नाम मुहम्मदद्दीन है. किशोरी की मां सलमा ने बताया कि वह मानसिक रूप से परेशान रहती है और कभी-कभी बिना वजह रोने लगती है. उन्होंने कहा कि बेटी को 'प्रेत बाधा' का असर बताया गया है और उसका झाड़-फूंक इलाज भी चल रहा है.
मेडिकल जांच के बाद लड़की को परिवार को सौंपा
थाना प्रभारी अभिषेक यादव ने बताया कि किशोरी की मां ने बताया कि वह अपनी चाची के साथ बाजार गई थी, जहां से बिछड़ने के बाद वह पुल पर पहुंच गई. पुलिस ने मेडिकल जांच के बाद लड़की को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. सीओ सिटी संजय रेड्डी ने कहा कि स्थानीय लोगों और पुलिस की तत्परता से एक बड़ी अनहोनी टल गई. कार्तिक स्नान के मद्देनजर इस तरह की गश्त और निगरानी आगे भी जारी रहेगी.