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Badaun Double Murder: 'साजिद ने मेरे बच्चों को क्यों मारा...', मां ने खुद बताया आखिर कैसे खुलेगा इस केस का राज

बदायूं में डबल मर्डर के आरोपी साजिद का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है और दूसरे आरोपी जावेद की तलाश में जुटी हुई है. इस बीच मृतक बच्चों की मां ने आजतक से बात करते हुए कहा कि साजिद ने मेरे बच्चों को क्यों मारा ये सिर्फ जावेद ही बता सकता है. इसलिए उसका एनकाउंटर नहीं होना चाहिए.

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बदायूं के मृतक बच्चों की मां
बदायूं के मृतक बच्चों की मां

Badaun Double Murder Case: यूपी के बदायूं में दो बच्चों की हत्या करने वाले आरोपी साजिद का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है, लेकिन मृतक बच्चों की मां संगीता ने कहा कि उन्हें अभी इंसाफ नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि दूसरे आरोपी जावेद का एनकाउंटर नहीं होना चाहिए.  

मृतक बच्चों की मां ने आजतक से बात करते हुए पुलिस से अपील की है कि साजिद के भाई जावेद का एनकाउंटर न करे क्योंकि अब वही एक ऐसा शख्स है जो बता सकता है कि साजिद ने बच्चों की हत्या क्यों की. इस दौरान संगीता ने ये भी कहा कि साजिद उसे भी मार डालना चाहता था. जब वो बच्चे की चीख के बाद छत की ओर भागी तो वो साजिद चिल्लाने लगा आजा, आजा. 

संगीता ने कहा, "उसने बच्चों की गर्दन ही अलग कर दी. हम देख नहीं पाए. बच्चों ने छूटने की कोशिश की, लेकिन उसने नहीं छोड़ा. उसने बहुत बार चाकू से मारा. पूरी छत पर तड़पा-तड़पाकर मारा है. वो भी छत बंद करके. उसके बाद वो मुझे भी मारने के लिए दौड़ा."  

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जावेद से पहले पूछताछ की जाए: संगीता 

संगीता ने कहा, "जावेद को पहले बुलाकर पहले उससे पूछताछ की जाए. साजिद ने आखिर हमारे मासूम बच्चों के साथ ऐसा क्यों किया, उससे पूछा जाए. क्या दुश्मनी है या उससे किसी ने करवाया है या वो हमारे खिलाफ था. हमारे बच्चे उसी के यहां बाल कटवाते थे. उसका सैलून हमारे घर के ही सामने आया था. उसको भैयाजी कहते थे."  

उसने चाय बनाने के लिए नहीं कहा था: मृतक की मां 

मृतक बच्चों की मां ने बताया कि उसने चाय बनाने के लिए नहीं कहा था. संगीता ने कहा, "उसने ये नहीं कहा था कि मेरे लिए चाय बना दो. मेरी सास मां ड्यूटी करके आई थीं और कमरे में सब्जी काट रही थीं. दिनभर काम करने के बाद मेरे शरीर में दर्द था तो फिर मैं चाय बनाने चली गई. उसी समय वो आया दुकान पर और क्लेचर मांगा. चाय बनने के लिए रखकर मैं क्लेचर देने चली गई. फिर उसने रुपये मांगे तो मैंने चाय बाद में बनाई पहले इनसे फोन पर बात करके उसे रुपये दिए."

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उन्होंने बताया कि साजिद का घर पर पहले कभी आना-जाना नहीं था. वो पहली बार आया था. उससे कभी कोई बातचीत नहीं था. साजिद ऊपर गया था, लेकिन जावेद बाहर था. जावेद गाड़ी पर बाहर इंतजार कर रहा था. साजिद की दुकान मंगलवार या गुरुवार को बंद नहीं रहती थी. उस दिन साजिद ने जल्दी दुकान बंद क्यों की. 

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सोच-समझकर दोनों बच्चों को मारा: पीड़ित मां

बच्चों की मां ने कहा कि उसने सोच-समझकर ही इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा, "साजिद अपने साथ मेरे बड़े लड़के को लेकर छत पर गया था. छोटा वाला बच्चा भाई वहां गाड़ी चला रहा था. उसके बाद आहान गिलास में पानी लेकर गया तो गिलास गिरने की आवाज आई. मैंने पीयूष से कहा कि जाकर देखो क्या हुआ, वो ऊपर गया तो परेशान होकर भागकर आया कि मम्मी देखो भैया ने क्या किया. उसके बाद जब मैं ऊपर की ओर जाने लगी तो वो मुझे भी बुलाने लगा कि आजा-आजा. उसके हाथ में काफी बड़ा छुरा (चाकू) था.  

 जावेद से पूछा जाए कि हमारी क्या गलती थी: दादी 

वहीं मृतक बच्चों की दादी ने कहा कि हम चाहते हैं कि पहले उसे पकड़ा जाए फिर उससे पूछा जाए कि हमारी क्या गलती है. क्या दश्मनी थी बच्चों से. हमें न्याय चाहिए. अगर जावेद पकड़ में नहीं आ रहा है तो उसके मां-बीबी, बच्चे और रिश्तेदार हैं. उन्हें पकड़ो और जब वो पकड़ में आ जाए तो फिर परिवार को छोड़ दो. उसे पहले मारो मत. उससे पूछताछ करो.

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बच्चों की हत्या के पीछे कोई राज: पीड़ित पिता

बच्चों के पिता विनोद सिंह ने आशंका जताई है कि उनके बच्चों की हत्या के पीछे कोई न कोई राज है. उन्होंने कहा कि घटना के 36 घंटे हो गए हैं, पहले दूसरे आरोपी जावेद को पकड़ा जाए और उससे पूछा जाए कि उसने ऐसा क्यों किया. जावेद को तुरंत पकड़ा जाए और उसके परिवार को पकड़ा जाए. जावेद की पत्नी भी इसमें शामिल हो सकती है. अगर साजिश रची गई है तो उसे भी इसके बारे में पता हो सकता है. इसमें अकेले का काम नहीं है. 

क्या है बदायूं की पूरी घटना?   

सिविल लाइंस थाना इलाके में मंगलवार की देर शाम साजिद नाम का शख्स अपनी दुकान के सामने वाले विनोद सिंह के घर आया था. इस दौरान विनोद घर पर नहीं था. साजिद ने विनोद की पत्नी संगीता से पांच हजार रुपये मांगे. उसके बाद संगीता ने पति से फोन पर बात करने के बाद उसे रुपये दे दिए. उसके बाद वो घर की छत पर चला गया, जहां दोनों बच्चे आयुष (12) और आहान (6) थे. साजिद ने उन पर धारदार चाकू से हमला कर दिया. जिसमें दोनों की मौत हो गई. उसके बाद पुलिस ने साजिद का एनकाउंटर कर दिया था. 

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