8 अक्टूबर की शाम कानपुर के व्यस्त बाजार में हुए विस्फोट ने न केवल इलाके में दहशत फैलाई, बल्कि एक चौंकाने वाला राज भी उजागर किया. धमाके के दौरान अब्दुल बिलाल की खिलौने की दुकान के बाहर खड़ी काली रंग की स्कूटी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. लेकिन जैसे ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, उन्हें पता चला कि यह स्कूटी चोरी की थी और दो साल से कानपुर में अब्दुल बिलाल का भाई उससे बेखौफ घूम रहा था.
इस चोरी का खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस ने विस्फोट स्थल पर टूटे हुए वाहनों और स्कूटी की पहचान करनी शुरू की. जांच में सामने आया कि काले रंग की स्कूटी UP 78 EL 2678 नंबर वाली थी, जो मूल रूप से विजेंद्र रस्तोगी की थी. यह स्कूटी 31 मार्च 2023 को कानपुर में हुए हमराज अग्निकांड के दौरान चोरी हो गई थी और चोरी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज थी. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि अब्दुल बिलाल के भाई अब्दुल मितालिब ने दो साल तक वही स्कूटी उसी नंबर प्लेट के साथ कानपुर में चला रहा था. न तो ट्रैफिक पुलिस को इसकी भनक लगी और न ही किसी अन्य व्यक्ति को. पुलिस की पूछताछ में अब्दुल मितालिब ने बताया कि उसने स्कूटी खरीदी थी.
विस्फोट की घटना
घटना 8 अक्टूबर की शाम करीब 7:20 बजे हुई. अब्दुल बिलाल की खिलौने की दुकान के बाहर विस्फोट इतना भयानक था कि पास की दो स्कूटीयां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं. जहां अब्दुल बिलाल पटाखों का व्यापार भी करते हैं. पुलिस के मुताबिक, विस्फोट के समय दुकान के आसपास भीड़ मौजूद थी. अब्दुल बिलाल खुद विस्फोट में घायल हो गए और उनका लखनऊ में इलाज चल रहा है.
चोरी की स्कूटी कैसे मिली विस्फोट स्थल पर
जांच अधिकारियों ने इस पर गंभीर ध्यान दिया कि आखिर चोरी की स्कूटी अब्दुल मितालिब के पास कैसे पहुंची. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि यह स्कूटी मितालिब के पास पिछले दो सालों से थी और वह इसे कानपुर में नियमित रूप से चला रहा था. एसटीएफ और एटीएस भी इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या मितालिब अवैध पटाखों के कारोबार में इस स्कूटी का इस्तेमाल कर रहा था या नहीं.
सवाल और जांच की गहराई :
- चोरी की स्कूटी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज थी, फिर भी दो साल तक ट्रैफिक पुलिस और अन्य अधिकारी इसे कैसे नोटिस नहीं कर पाए.
- मितालिब के पास चोरी की स्कूटी होने के बावजूद नंबर प्लेट क्यों नहीं बदली गई.
- क्या यह स्कूटी विस्फोट में इस्तेमाल किए गए पटाखों या किसी अवैध गतिविधि में सहायक थी.
जांच अधिकारियों का कहना है कि सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है और चोरी, विस्फोट और अवैध पटाखा कारोबार के संबंध को स्पष्ट किया जाएगा.
पुलिस बोली, जांच चल रही
कानपुर के जोइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच चल रही है. उन्होंने बताया कि अब्दुल बिलाल घायल हैं, इसलिए उनसे अभी ज्यादा पूछताछ नहीं हो पा रही है. उन्होंने कहा कि अब्दुल मितालिब से पूछताछ जारी है. प्रारंभिक बयान में मितालिब ने स्वीकार किया कि उन्होंने स्कूटी खरीदी थी, लेकिन चोरी की संख्या और उसके इस्तेमाल की दिशा पर अभी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है.