उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के अंतर्गत आने वाले रायबरेली और सुल्तानपुर जिले की कुछ तहसीलों को मिलाकर वर्ष 2003 में बनाये गये छत्रपति शाहू महाराज जिले को बहाल कर दिया है.
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा, ‘उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में मुख्यमंत्री मायावती की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में अमेठी को मिलाकर वर्ष 2003 में छत्रपति शाहूजी महाराज नाम से बनाये गये नये जिले को बहाल करने का फैसला किया है जिसे तत्कालीन बसपा सरकार के बाद सत्ता में आयी समाजवादी पार्टी सरकार ने नवम्बर 2003 में ही रद्द कर दिया था.
मंत्रिपरिषद् ने कानपुर देहात जिले का नाम बदल कर उसका नाम रमाबाई नगर करने का फैसला किया है.‘ प्रवक्ता ने याद दिलाया कि अमेठी संसदीय क्षेत्र में आने वाले सुल्तानपुर और रायबरेली जिलों की कुछ तहसीलों को मिलाकर छत्रपति शाहूजी महाराज नगर नाम से नये जनपद के गठन का फैसला मुख्यमंत्री मायावती सरकार ने अपनी तीसरी पाली में वर्ष 2002 में किया था और 21 मई 2003 को अधिसूचना जारी करके इस जिले का बाकायदा गठन भी कर दिया गया था, गौरीगंज को जिले का मुख्यालय बनाया गया था और जिला छह महीने तक अस्तित्व में भी रहा था. {mospagebreak}
प्रवक्ता ने याद दिलाया कि तत्कालीन बसपा सरकार के बाद सत्ता में आयी समाजवादी पार्टी सरकार ने बहरहाल 21 नवम्बर 2003 को एक अधिसूचना जारी करके छत्रपति शाहूजी महाराज जिले के गठन को रद्द कर दिया था. प्रवक्ता ने बताया कि समाजवादी पार्टी सरकार के निर्णय को उमाशंकर नाम के एक व्यक्ति ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी, जिस पर उच्च न्यायालय ने इसी वर्ष मार्च महीने में उमाशंकर को राज्य सरकार को इस संबंध में प्रतिवेदन देने का आदेश दिया था और साथ ही राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह उस प्रतिवेदन पर तीन महीने के भीतर अपना निर्णय ले ले.
उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर राज्य सरकार ने उमाशंकर के प्रतिवेदन पर विचार करने के लिये अध्यक्ष राजस्व परिषद् की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया था जिसने प्रतिवेदन पर विचार करने के बाद छत्रपति शाहूजी महाराज जिले को बहाल करने की संस्तुति की थी.
प्रवक्ता ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में गठित समिति की संस्तुति के आधार पर राज्य सरकार ने छत्रपति शाहूजी महाराज नगर जिले को बहाल करने का निर्णय लिया जिस पर मंत्रिपरिषद् ने गुरुवार को अपनी मुहर लगा दी. प्रवक्ता ने बताया कि छत्रपति शाहूजी महाराज नगर जिले में सुल्तानपुर जिले के अमेठी, गौरीगंज और मुसाफिरखाना तथा रायबरेली जिले की सलोन और तिलोई तहसीलें शामिल की गयी हैं. {mospagebreak}
प्रवक्ता ने बताया कि इस जिले का कुल क्षेत्रफल 3070 वर्ग किलोमीटर होगा. इसमें 18 विकास खण्ड तथा 17 पुलिस थाना क्षेत्र शामिल किये गये हैं. उन्होंने बताया हालांकि राज्य सरकार ने जनगणना कार्य प्रगति में होने के कारण एक अधिसूचना जारी करके किसी जिले, तहसील, विकासखण्ड, गांव अथवा नगर पंचायत में किसी परिवर्तन पर रोक लगा रखी थी, मगर उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन की समय सीमा करीब आ जाने के कारण मंत्रिपरिषद को इसी दौरान जिले की बहाली का निर्णय करना पड़ा है.
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि महानिबंधक जनगणना को राज्य सरकार के निर्णय से अवगत करा दिया जायेगा और यह सुनिश्चित किया जायेगा कि इस निर्णय से जनगणना के काम में कोई व्यवधान न आने पाये.