प्लेन लैंड करने के बाद एक फ्लाइट अटेंडेंट ने ऐसी गलती कर दी कि एयलाइन को एक लाख डॉलर यानी 88 लाख रुपये की चपत लग गई. इस एक गलती से विमान को टेकऑफ करने में कई घंटे लग गए. इससे विमान में बैठे कई यात्रियों की कनेक्टिंग फ्लाइट भी छूट गई.
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेल्टा एयरलाइन के एक फ्लाइट अटेंडेंट ने गलती से आपातकालीन एग्जिट स्लाइट को ओपेन कर दिया था. इससे एयरलाइन को करीबन एक लाख डॉलर का नुकसान हुआ और यात्रियों को कई घंटों तक देरी का सामना करना पड़ा.
दरवाजा खोलने के बदले खोल दी इमरजेंसी स्लाइड
ए व्यू फ्रॉम द विंग की रिपोर्ट के अनुसार, 25 अक्टूबर को डेल्टा एयरलाइंस की एयरबस ए220 में एक फ्लाइट अटेंडेंट ने क्रॉस-कंट्री उड़ान से पहले गलती से इमरजेंसी स्लाइड लगा दी. यह फ्लाइट पिट्सबर्ग से साल्ट लेक सिटी के लिए उड़ान भरने वाली थी.
एविएशनए2जेड के अनुसार, फ्लाइट अटेंडेंट को 26 साल का अनुभवा था. फिर भी उसने अनजाने में दरवाजा खोलते समय दरवाजे का हैंडल उठा दिया, जिससे इमरेंजसी पावर असिस्ट एक्टिव हो गया. यह फंक्शन ऑटोमेटेड रूप से दरवाजा खोल देता है और किसी के रिएक्शन करने से पहले ही इमरजेंसी स्लाइड को खोल देता है.
एक घंटे से ज्यादा समय तक विमान में फंसे रहे यात्री
जैसे ही स्लाइड को जेट-ब्रिज के सामने तैनात किया गया, विमान के अंदर पैसेंजर अस्थायी रूप से फंस गए. जब तक कि इंजीनियरों ने मैन्युअल रूप से एग्जिट स्लाइड को अलग नहीं कर दिया - इस प्रक्रिया में लगभग एक घंटा लग गया.
इसके बाद, उन्होंने जेट-ब्रिज को पुनः जोड़ा और तब जाकर यात्रियों को उतरने की अनुमति दी गई. इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के परिणामस्वरूप उड़ान में चार घंटे की देरी हुई, जिसके कारण कई यात्रियों की साल्ट लेक सिटी में कनेक्टिंग उड़ानें छूट गईं और उन्हें वहीं रात बितानी पड़ी.
कई पैसेंजर की छूट गई कनेक्टिंग फ्लाइट
यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यात्रियों को मुआवजा मिला या नहीं. हालांकि, डेल्टा के एक प्रवक्ता ने द पोस्ट को बताया कि ग्राहकों को उसी शाम या अगली सुबह उनके गंतव्य के लिए अन्य डेल्टा उड़ानों में फिर से बुक कर दिया गया और 26 अक्टूबर को प्रस्थान के लिए फिर से बुक किए गए सभी प्रभावित ग्राहकों के लिए आवास की व्यवस्था की गई.
स्लाइड को पैक करने में आता है इतना खर्च
एग्जिट स्लाइड को पुनः पैक करना एक महंगी प्रक्रिया है. कई सोर्स के अनुसार, एयरबस ए220 मॉडल के लिए इसकी लागत 50,000 से 100,000 डॉलर के बीच होती है. एविएशन एक्सपर्ट का कहना है कि मेंटेनेंस सुपरविजन, देर होने की वजह से मुआवजा और चालक दल और यात्रियों की ड्यूटी फिर से तय करने जैसे खर्चों को जोड़कर होने वाले घाटे का आंकड़ा छह अंकों के करीब हो सकता है.
डेल्टा इस मामले को यूं ही टालने वाला नहीं था. इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि दोषी क्रू सदस्य को सीधे नौकरी से निकालने के बजाय दोबारा प्रशिक्षण लेना पड़ सकता है.एयरलाइन भविष्य में ऐसी किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए आंतरिक जांच कर रही है.