दिल्ली की एक महिला ने हाल ही में एक ऐसा सुझाव दिया है जिसने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. सिमरिधि मखीजा, जो दिल्ली से बेंगलुरु आई हैं, कहती हैं कि बेंगलुरु को भारत की राष्ट्रीय राजधानी बनना चाहिए. उन्होंने अपने एक्सपीरियंस शेयर करते हुए एयर क्वालिटी, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के बारे में अपने विचार बताए.
बेहतर जीवन स्तर और साफ हवा
मखीजा ने बताया कि बेंगलुरु में जीवन स्तर बेहतर है और वहां की हवा दिल्ली की तुलना में साफ है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हाल के हफ्तों में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि रोजमर्रा की जिंदगी मुश्किल हो गई है. उनका कहना था कि दिल्ली में रहना कभी-कभी 'गैस चैंबर में होने' जैसा लगता है.
महिलाओं के लिए अधिक सुरक्षा
सुरक्षा उनके अनुभव का दूसरा महत्वपूर्ण कारण था. मखीजा ने बताया कि बेंगलुरु महिलाओं के लिए ज्यादा सुरक्षित शहर है. उन्होंने कहा कि रात के 10 बजे अकेले टहलना उन्हें यहां सहज लगता है, जो दिल्ली में मुश्किल था.
पैदल चलने वालों और बुनियादी ढांचे का समर्थन
उन्होंने बुनियादी ढांचे और शहर की डिजाइन की भी तारीफ की. बेंगलुरु की सड़कें और सार्वजनिक स्थान पैदल चलने वालों के लिए अनुकूल हैं. मखीजा ने सवाल उठाया कि भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटक प्रदूषित हवा और भीड़भाड़ वाली सड़कों का सामना क्यों करें, जबकि बेहतर जीवन स्तर वाला शहर उन्हें एक अच्छी छाप दे सकता है.
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
मखीजा के इस वीडियो पर लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दीं. कुछ ने उनकी बातों से सहमति जताई और दिल्ली के प्रदूषण और सुरक्षा मुद्दों पर चिंता व्यक्त की. वहीं, कई लोगों ने कहा कि बेंगलुरु की भी अपनी समस्याएं हैं, जैसे ट्रैफिक जाम, पानी की कमी और बुनियादी ढांचे पर दबाव. कुछ ने यह भी याद दिलाया कि राष्ट्रीय राजधानी होने के लिए राजनीतिक, ऐतिहासिक और प्रशासनिक पहलुओं को भी ध्यान में रखना जरूरी है.