बारपेटा (Barpeta), असम राज्य का एक प्रशासनिक जिला है (District of Assam). जिला मुख्यालय बारपेटा में ही स्थित है. जिले का क्षेत्रफल 3,245 वर्ग किलोमीटर है (Barpeta Area). बारपेटा जिला 1983 में कामरूप जिले से विभाजित कर बनाया गया था. 2020 में, बजाली अनुमंडल को बारपेटा से विभाजित करके पूर्ण रूप से विकसित जिला बना दिया गया (Formation of Barpeta).
2011 की जनगणना के अनुसार, बारपेटा जिले की जनसंख्या 1,693,622 है (Barpeta Population). जिले का जनसंख्या घनत्व 632 निवासी प्रति वर्ग किलोमीटर है (Barpeta Density). साक्षरता दर 65.03 फीसदी है (Barpeta Literacy). जिले की 68.89 फीसदी आबादी बंगाली और 29.39 फीसदी असमिया बोलती है (Barpeta Languages).
2006 में भारत सरकार ने बारपेटा को देश के 250 सबसे पिछड़े जिलों में से एक नाम दिया. यह असम के ग्यारह जिलों में से एक है जो वर्तमान में पिछड़े क्षेत्र अनुदान निधि कार्यक्रम (BRGF) से धन प्राप्त कर रहा है.
इस जिले में आठ असम विधानसभा क्षेत्र हैं, जो इस तरह हैं - बारपेटा, बागबोर, भवानीपुर, चेंगा, जानिया, पटाचारकुची, सारुखेत्री, सोरभोग. सोरभोग कोकराझार लोकसभा क्षेत्र में है, जबकि अन्य सात बारपेटा लोकसभा क्षेत्र में हैं (Barpeta Constituencies).
बहारी शहर, जिले से 20 किमी दूर, दक्षिण-पूर्व कोने में स्थित है. बहारी के दक्षिणी ओर ब्रह्मपुत्र नदी बहती है. यह बारपेटा जिले के पूरे दक्षिणपूर्वी हिस्से का व्यावसायिक केंद्र भी है. बहारी सतरा के लिए भी प्रसिद्ध है जिसकी स्थापना महापुरुष श्री श्री हरिदेव ने की थी (Barpeta Tourism).
लोकसभा चुनाव 2024 बेहद नज़दीक हैं. नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही है. वहीं, विपक्षी दल भी उलटफेर करने की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. चुनाव से पहले असम की बरपेटा सीट पर क्या हैं सियासी समीकरण, वीडियो में जानिए. (रिपोर्ट: सारस्वत कश्यप)