दी लल्लनटॉप शो में सबसे पहले बात करेंगे मदुरई के एक वीडियो की. दरअसल यहां एक जल्लीकट्टू बैल की मौत हो गई थी. सरकार इंसानों की शवयात्रा में भी ज़्यादा से ज़्यादा 20 लोगों के शामिल होने की छूट देती है. लेकिन इस बैल की अंतिम यात्रा में तकरीबन 3 हज़ार लोग शामिल हुए. मदुरई तमिलनाडु में पड़ता है जहां कोरोना संक्रमण के 1242 मामले सामने आ चुके हैं और 14 लोगों की मौत भी हो चुकी है. अकेले मदुरई में ही 40 से ऊपर मामले सामने आ चुके हैं. इलाके में जल्लीकट्टू में शामिल होने वाले बैलों का बड़ा मान होता है. उन्हें लगभग देवता माना जाता है. इसीलिए इतनी भारी भीड़ जुटी. लेकिन जैसा कि हम लगातार कहते आए हैं, जान के खतरे के आगे किसी भी परंपरा या मान्यता का तर्क बेकार है. पूरा मुल्क 40 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है, उसके बावजूद इतने लोगों का एक जगह इकट्ठा होना, एक बेहद गैरज़िम्मेदाराना हरकत थी.