भारतीय बॉक्सर निकहत जरीन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडकर रच कर इतिहास रच दिया था. अब निकहत के गृह राज्य तेलंगाना की सरकार ने इस मुक्केबाज के लिए पुरस्कार राशि की घोषणा की है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने निकहत जरीन और निशानेबाज ईशा सिंह को दो-दो करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है. ईशा सिंह ने भी ISSF जूनियर विश्व कप में गोल्ड मेडल जीता है.
तुर्की में हाल ही में हुई अंतरराष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता निकहत जरीन और जर्मनी में ISSF जूनियर विश्व कप शूटिंग प्रतियोगिता की गोल्ड मेडलिस्ट ईशा सिंह को राज्य सरकार ने 2-2 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है. राज्य सरकार ने नकद पुरस्कार के अलावा दोनों को बंजारा हिल्स या जुबली हिल्स क्षेत्रों में आवासीय भूमि भी आवंटित करने का निर्णय लिया है.'
निकहत जरीन ने 52 किलोग्राम कैटेगरी में थाईलैंड की जिटपॉन्ग जुटामस (Jitpong Jutamas) को 5-0 से मात देकर गोल्ड मेडल जीता था. 25 साल की निकहत जरीन पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर हैं, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. एमसी मैरीकॉम ने इस चैम्पियनशिप में रिकॉर्ड 6 बार गोल्ड मेडल जीते हैं. वहीं. सरिता देवी, जेनी आरएल और लेखा सी. भी इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय बॉक्सर हैं.
निकहत जरीन ने हाल ही में Strandja Memorial में मेडल जीता था, वह इस टूर्नामेंट में दो गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं. यहां उन्होंने टोक्यो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट को मात दी थी. अब वर्ल्ड चैम्पियन बनने के बाद निकहत जरीन से भारतीय फैन्उस की म्मीदें बढ़ गई हैं. अब निकहत की निगाहें 2024 के पेरिस ओलंपिक पर लगने वाली हैं.