scorecardresearch
 

World Cup 2011 Final: विराट कोहली ने किया वर्ल्ड कप को याद, कहा- ये थी मेरे करियर की बेस्ट पारी

11 साल पहले 2 अप्रैल को टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में इतिहास रचा था. भारतीय टीम ने श्रीलंका को फाइनल में हराकर दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप जीता था...

Advertisement
X
Virat kohli & Sachin tendulkar in WC 2011 (Twitter)
Virat kohli & Sachin tendulkar in WC 2011 (Twitter)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टीम इंडिया ने 2011 में जीता था दूसरा वर्ल्ड कप
  • विराट कोहली ने फाइनल की पारी को याद किया

टीम इंडिया ने 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया था. 1983 के बाद यह टीम का दूसरा खिताब था. फाइनल में भारतीय टीम ने श्रीलंका को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी थी. फाइनल में लगभग सभी का बराबर ही योगदान रहा था. इस मैच में विराट कोहली ने भी अहम पारी खेली थी, जिसे उन्होंने याद किया है.

दरअसल, 2 अप्रैल को 11 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर IPL टीम रॉयल चैलेंर्स बेंगलुरु (RCB) ने एक वीडियो मैसेज शेयर किया है. इसमें पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी उस फाइनल को याद किया और कहा कि उस मैच में मैंने 35 रन बनाए थे. इसे मैं अपने करियर की बेस्ट पारी मानता हूं.

31 रनों पर दो विकेट के बाद अहम पार्टनरशिप की

कोहली ने कहा- मुझे आज भी याद है, जब मैं (फाइनल में) बल्लेबाजी के लिए मैदान में जा रहा था. 31 रन पर दो विकेट गिर चुके थे. सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग दोनों आउट हो चुके थे. जब मैं मैदान में जा रहा था, तब आउट होकर आते हुए सचिन पाजी ने कहा था कि बड़ी पार्टनरशिप करना. इसके बाद मैंने और गौतम गंभीर ने मिलकर करीब 90 रन (असल में 83 रन) की पार्टनरशिप की थी. तब मैंने 35 रन की पारी खेली थी.

Advertisement

... जो जीता वही सिकंदर के नारे लग रहे थे

पूर्व कप्तान कोहली ने कहा- वह 35 रनों की पारी काफी अहम रही थी. यह 35 रनों की पारी मेरे करियर की बेस्ट इनिंग रही है. टीम अपने ट्रैक पर वापस लौट आई और मैंने जो भी योगदान दिया, इन सबके लिए मैं खुश था. भीड़ का माहौल काफी गर्मजोशी वाला था. यह हमारी यादों में आज भी ताजा है. जो जीता वही सिकंदर के नारे लग रहे थे.

गंभीर और धोनी ने खेली थी मैच विनिंग पारी

2011 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और ओपनर गौतम गंभीर ने शानदार प्रदर्शन किया था. फाइनल में श्रीलंकाई टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे. तब महेला जयवर्धने ने 103 रनों की नाबाद पारी खेली थी. जवाब में टीम इंडिया ने 4 विकेट पर 277 रन बनाते हुए मैच और खिताब अपने नाम कर लिया था.

फाइनल में टीम इंडिया के लिए गौतम गंभीर ने सबसे ज्यादा 97 रनों की पारी खेली थी. वह शतक से चूक गए थे. इसी मैच में कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे. उन्होंने आखिरी बॉल पर छक्का जड़कर मैच जिताया था. यह छक्का तेज गेंदबाज नुवान कुलसेकरा की बॉल पर जड़ा था. धोनी ने गंभीर के साथ 109 रनों की शतकीय साझेदारी की थी. जबकि आखिर में युवराज सिंह के साथ मिलकर नाबाद 54 रन जोड़े थे. युवी ने नाबाद 21 रन बनाए थे.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement