क्रिकेट कानूनों की संरक्षक संस्था- मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने हाल ही में क्रिकेट के नियमों में कई संशोधन किए हैं. इसमें मांकड़िंग आउट, लार के इस्तेमाल, वाइड बॉल और डेड बॉल समेत कई नियमों में सुधार किया है. MCC के मुताबिक, यह सभी नियमों इसी साल एक अक्टूबर से लागू होंगे.
MCC ने मांकड़िंग को अब जायज कर दिया है. उसे अनफेयर से रन आउट की कैटेगरी में रख दिया है. इसको लेकर अब तक कई क्रिकेटर्स के बयान सामने आ चुके हैं. इनमें कुछ ने इसका सपोर्ट किया है, तो कुछ ने इसे गलत ठहराया है. इसी बीच इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी एक बयान जारी कर मांकड़िंग को जायज ठहराना गलत बताया है.
मांकड़िंग आउट करने में कोई कौशल नहीं
ब्रॉड ने एक ट्वीट किया, जिसमें लिखा- अब मांकड़ अनफेयर नहीं रहा. यह अब कानूनी तौर पर मान्य हो गया है. क्या यह पहले से ही आउट करने का जायज तरीका नहीं था और क्या इसका अनफेयर होना व्यक्तिपरक था? मेरा मानना है कि यह अनुचित है और मैं इसे वैध करार देना सही नहीं मानता हूं. किसी बैटर को आउट करने के लिए स्किल की जरूरत होती है और मांकड़ में किसी प्रकार कोई स्किल नहीं है.
'मांकड़िंग' को लेकर IPL 2019 के सीजन में विवाद खड़ा हो गया था. किंग्स इलेवन पंजाब के तत्कालीन कप्तान रहे रविचंद्रन अश्विन का राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को मांकड़ करने का विवाद सुर्खियों में रहा था. अब नियमों में संशोधन के बाद किसी तरह के विवाद की गुंजाइश नहीं रह गई है. खेल के नियमों को तय करने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (लंदन) ने मांकड़िंग को अब वैध ठहराया है.
So the Mankad is no longer unfair & is now a legitimate dismissal.
— Stuart Broad (@StuartBroad8) March 9, 2022
Hasn’t it always been a legitimate dismissal & whether it is unfair is subjective?
I think it is unfair & wouldn’t consider it, as IMO, dismissing a batter is about skill & the Mankad requires zero skill. https://t.co/TuVLuHNDLn
लॉ 38.3: मांकड़िंग आउट
इस नियम को 41 (अनफेयर प्ले) से 38 (रन आउट) में शिफ्ट कर दिया गया है. इसके मुताबिक, यदि गेंदबाज के बॉल डालने से ठीक पहले नॉन स्ट्राइकर अपनी क्रीज से बाहर निकलता है और बॉलर स्टम्प्स पर बॉल थ्रो करते हुए आउट करता है, तो नॉन स्ट्राइकर को रन आउट (मांकड़िंग) करार दिया जाएगा. पहले यह रन आउट की कैटेगरी में नहीं था. यदि इस तरह के रन आउट में अपील नहीं की जाती है, तो अंपायर इसे डेडबॉल करार दे सकते हैं. यह बॉल भी ओवर में नहीं काउंट की जाएगी.
क्या होती है Mankading?
मैच में दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगर गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले क्रीज से बाहर निकल आए तो उसे रन आउट करने को Mankading कहते हैं. पूर्व भारतीय स्पिनर वीनू मांकड़ के नाम पर इस प्रक्रिया का नाम पड़ा. मांकड़ ने 1947 में इसी तरीके से ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को आउट किया था.
भारतीयों में कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के पीटर कर्स्टन को 1992-93 की सीरीज के दौरान Mankading से आउट किया था. वहीं, घरेलू क्रिकेट में स्पिनर मुरली कार्तिक ने बंगाल के संदीपन दास को रणजी ट्रॉफी मैच में इसी तरह से आउट किया था.