कैरेबियाई क्रिकेट के इतिहास में आज का दिन (3 अप्रैल) बेहद खास है. चार साल पहले यानी 2016 में उसने एक ही दिन में दो-दो वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाने का कारनामा किया था. मजे की बात है कि वेस्टइंडीज ने इन दोनों वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के फाइनल एक ही जगह- कोलकाता के ईडन गार्डन्स में जीते थे.
एक तो वेस्टइंडीज ने कार्लोस ब्रेथवेट की तूफानी बल्लेबाजी की बदौलत फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से हरा दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था, और उसी दिन विंडीज की महिला टीम ने कुछ ही घंटे पहले ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से मात देकर अपना पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीता था.
#OnThisDay in 2016, West Indies became double @T20WorldCup champions! 🏆
They first beat 🇦🇺 by eight wickets in the women's final, before the men trumped 🏴 by four wickets in a finale which has been quoted many times since 👇 pic.twitter.com/qDW4WkpwtC
— ICC (@ICC) April 2, 2020Advertisement
लगातार 4 छक्कों से हिल गया था इंग्लैंड का ऑलराउंडर
कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर विंडीज की टीम 156 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. आठवें नंबर पर उतरे ब्रेथवेट ने आखिरी ओवर की पहली चार गेंदों पर एक के बाद एक चार छक्के उड़ाए थे. वह बदकिस्मत गेंदबाज इंग्लैंड के बेन स्टोक्स थे, जिन्हें ब्रेथवेट ने खिलौना बना डाला था. उस मैच के बाद स्टोक्स कुछ समय के लिए क्रिकेट से बाहर रहे, लेकिन उसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की.
ये वही बेन स्टोक्स हैं, जिन्हें पुणे राइजिंग सुपरजाएंट ने अगले साल 2017 में सर्वाधिक 14.5 करोड़ रुपए खर्च कर खरीदा था. स्टोक्स उस आईपीएल में प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे, हालांकि वह फाइनल में नहीं खेल पाए. इंग्लैंड ने चैंपियन्स ट्रॉफी की तैयारियों के लिए बेन स्टोक्स को प्लेऑफ से पहले ही वापस बुला लिया था. आखिरकार उनकी टीम पुणे राइजिंग सुपरजाएंट को एक विकेट से हरा मुंबई इंडियंस विजेता बनी थी.

इंडीज ने हासिल किया था दूसरा टी-20 वर्ल्ड कप
इंग्लैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज की इस खिताबी जीत में ब्रेथवेट ने 10 गेंदों में नाबाद 34 रन की तूफानी पारी खेली थी. उधर, मर्लोन सैमुअल्स की 85 रनों की नाबाद पारी ने विंडीज को मजबूती दी और वे मैन ऑफ द मैच रहे. ठीक उसी तरह, जब इंडीज ने 2012 में श्रीलंका को हरा कर पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीता था. उस मैच में भी सैमुअल्स ने 78 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच रहे थे.