साल 2008 विराट कोहली के क्रिकेट करियर के लिए बड़ा अहम साबित हुआ. इसी साल विराट की कप्तानी में भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब हासिल किया था. और इसी के बाद उन्हें टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया. आज ही के दिन (18 अगस्त) 2008 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में वनडे में पदार्पण किया था. और अब उसी दांबुला में 28 साल के विराट 20 अगस्त को अपना 190वां वनडे खेलेंगे.
- बीसीसीआई ने ट्वीट कर विराट की तस्वीर शेयर की है. साथ ही लिखा है- कुछ चीजें कभी नहीं बदलती, सिर्फ महान लोग अपना कद बढ़ा लेते हैं. विराट उसी चेयर पर बैठें हैं, जिस पर वह अपने डेब्यू के दौरान बैठे थे.
Few things never change - only the legend grows. #ThisDayThatYear In 2008, @imVkohli sat on this very chair during his debut game #SLvIND pic.twitter.com/0LCwQKZQ1i
— BCCI (@BCCI) August 18, 2017
-बाद में विराट ने भी उसी तस्वीर के साथ ट्वीट कर लिखा- इसी कुर्सी से ये सारा शुरू हुआ. यही दिन, यही ग्राउंड. भारतीय क्रिकेट टीम के साथ आज 9 साल पूरे हुए. शानदार सफर रहा, बहुत आभारी हूं.
It all started on this very chair, this very date and this very ground. 9 years today with the Indian cricket team! So grateful. 🙏 @BCCI pic.twitter.com/23vEL1tO3K
— Virat Kohli (@imVkohli) August 18, 2017
लंका के खिलाफ डेब्यू में ज्यादा कुछ नहीं कर पाए
अपने डेब्यू मैच में कोहली ने 12 रनों की पारी खेली थी. तब उन्होंने गौतम गंभीर के साथ पारी का आगाज किया था. वह मैच भारत आठ विकेट से हार गया था. टीम इंडिया की बल्लेबाजी फ्लॉप रही थी. भारत की ओर से युवराज सिंह ने सबसे ज्यादा 23 रनों की पारी खेली थी और पूरी टीम इंडिया 146 रनों पर सिमट गई थी. कोहली ने इस मैच में टीम इंडिया की ओर से पहली बाउंड्री लगाई थी और वह भी चामिंडा वास की गेंद पर. कोहली 22 गेंद पर 12 रन बनाकर नुवान कुलसेकरा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हुए थे.
अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट का पहला साल कुछ खास नहीं
जिस तरह उनका डेब्यू मुकाबला लोगों का ध्यान उनकी तरफ नहीं खींच पाया, ठीक वैसे ही उनका अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट का पहला साल भी कुछ खास नहीं रहा. विराट अपने 14वें वनडे पहला शतक लगाने में कामयाब रहे, जब उन्होंने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में यह शतकीय पारी खेली. हालंकि इस मैच से पहले नागपुर में वह अपनी पहली फिफ्टी (54 रन) लगा चुके थे.
टर्निंग प्वाइंट 2011-12 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आया
कोहली के करियर का टर्निंग प्वाइंट 2011-12 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आया. हालांकि 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में कंगारुओं ने भारत क्लीव स्वीप किया, लेकिन एडिलेड में खेले गए आखिरी टेस्ट में कोहली ने शतक बनाया. पारी खेली. जबिक पर्थ में खेले गए तीसरे टेस्ट में कोहली ने 44 और 75 रनों की पारियां खेली थीं. इन पारियों के सहारे विराट ने ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ियों की नजरों में अलग जगह बना ली थी.
होबार्ट में ऐतिहासिक पारी ने सबका ध्यान खींचा
कोहली की ऐतिहासिक पारी (28 फरवरी 2012) ट्राई सीरीज के दौरान होबार्ट में देखने के मिली. उस मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट पर 320 रन बनाए. भारत ने विराट के 86 गेंदों में 133 रनों की नाबाद पारी की बदौलत 40 ओवरों में ही 321 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया. और सबसे बढ़कर टीम इंडिया ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने के लिए अपना स्थान पर सुरक्षित कर लिया.
- विराट के डेब्यू के दिन से इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वालों में कुमार संगकारा पहले नंबर पर हैं, जबकि खुद विराट दूसरे स्थान पर हैं.
14782 रन कुमार संगकारा, औसत 50.79
14663 रन विराट कोहली, औसत 52.74
14641 रन हाशिम अमला, औसत 49.63
13761 रन एबी डिविलियर्स, औसत 52.72
12118 रन तिलकरत्ने दिलशान, औसत 41.58
रन मशीन बन चुके विराट अबतक 189 वनडे में 8257 रन बना चुके हैं. उनका एवरेज 54.68 का है, जिसमें उनके 28 शतक और 43 अर्धशतक शामिल हैं. 183 रन उनका उच्चतम स्कोर है.