scorecardresearch
 

'कोई पछतावा नहीं...', इस भारतीय क्रिकेटर का 37 साल की उम्र में संन्यास, वर्ल्ड कप से पहले लिया फैसला

भारतीय क्रिकेटर गौहर सुल्ताना ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है. उन्होंने ODI और T20I क्रिकेट में भारतीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व किया. 2008 में डेब्यू करने वाली गौहर ने भारत के लिए 50 वनडे और 37 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. वह 2009 और 2013 के महिला वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का अहम हिस्सा रहीं.

Advertisement
X
लेफ्ट-आर्म स्पिनर गौहर सुल्ताना ने रिटायरमेंट की घोषणा की Photo:(Getty)
लेफ्ट-आर्म स्पिनर गौहर सुल्ताना ने रिटायरमेंट की घोषणा की Photo:(Getty)

भारतीय महिला क्रिकेट की दिग्गज लेफ्ट-आर्म स्पिनर गौहर सुल्ताना ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. हैदराबाद की गलियों से निकलकर इंडिया के लिए वर्ल्ड कप खेलना उनके लिए सपने से कम नहीं था.

गौहर ने 2008 में अपने क्रिकेट करियर का डेब्यू वनडे फॉर्मेट से किया था. उन्होंने भारत के लिए 50 वनडे और 37 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. वह 2009 और 2013 का वर्ल्ड कप भी खेली थीं. 

गौहर ने अपने र‍िटायरमेंट पोस्ट में क्या ल‍िखा?  

सुल्ताना ने गुरुवार (21 अगस्त) को संन्यास की घोषणा की, उन्होंने अपने भावुक पोस्ट ल‍िखा. इसमें उन्होंने ल‍िखा- टीम इंड‍िया की जर्सी पहनकर गर्व के साथ इतने साल खेलने के बाद अब मेरे क्रिकेट सफर के सबसे भावुक पल का समय आ गया है.  दिल में ढेर सारी यादें हैं, मैं अपने क्रिकेट करियर से संन्यास की घोषणा कर रही हूं. 

कैसा रहा वनडे और विश्व कप में प्रदर्शन?

आंकड़ों की बात करे तो गौहर ने अपने करियर में भारत के लिए कुल 95 विकेट झटके, जिसमें 66 विकेट को सिर्फ वनडे में आए, 29 टी20 इंटरनेशनन में आए.

Advertisement

मई 2008 में पाकिस्तान के खिलाफ ODI मैच से इंटरनेशनल डेब्यू किया था. उनका बेस्ट स्पेल 4 रन देकर 4 व‍िकेट का रहा, जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 19 जनवरी 2014 को खेले गए वनडे में ल‍िया था.

उन्होंने 2009 और 2013 के वनडे वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया. 2014 टी20 वर्ल्ड कप के बाद भले ही गौहर टीम इंडिया से बाहर हो गई थी, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका सफर जारी रहा. उन्होंने हैदराबाद, रेलवे, पुडुचेरी और बंगाल का प्रतिनिधित्व किया. हाल ही में वह विमेंस प्रीमियर लीग में यूपी वॉरियर्स की जर्सी में नजर आई थी.

भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान कैसे याद रखा जाएगा?

गौहर सुल्ताना का करियर यह साबित करता है कि जुनून और आत्मविश्वास से हर बाधा पार की जा सकती है. भले ही अब वह मैदान पर गेंदबाजी नहीं करेंगी, लेकिन भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा.

 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement