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एपिक फाउंडेशन ने लॉन्च किया विभिन्न भारतीय भाषाओं वाला टैबलेट

देश में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 13 अप्रैल 2022 को एपिक फाउंडेशन की शुरुआत की गई. इसने एक कई भारतीय भाषाओं वाला टैबलेट लॉन्च किया और घोषणा की कि दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी बनाने का प्रयास करेगा.

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EPIC Foundation की लॉन्चिंग के दौरान जारी किए गए नए टैबलेट के साथ HCL के संस्थापक डॉ. अजय चौधरी.
EPIC Foundation की लॉन्चिंग के दौरान जारी किए गए नए टैबलेट के साथ HCL के संस्थापक डॉ. अजय चौधरी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली सरकार के साथ मिलकर बनाएगा इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी
  • 700 मिलियन LED चिप्स, 10 मिलियन स्वदेशी टैबलेट्स बनाएगा

भारत में एक ऐसे टैबलेट की लॉन्चिंग की गई, जो भारत की विभिन्न भाषाओं को सपोर्ट करता है. 10.1 इंच के टैबलेट का मकसद शिक्षा एवं सामजिक सशक्तीकरण है. इसकी रिपेयरेबिलिटी, अपग्रेडेबिलिटी, भारतीय भाषाओं के लिए एआई/एमएल आधारित इंटर-लिंगुअल ट्रांसलेशन (वॉइस-2-वॉइस, टेक्स्ट-2-टेक्स्ट) की सुविधा है. यह दिव्यांगजनों के लिए भी अनुकूल है. 

इसकी लॉन्चिंग 13 अप्रैल 2022 यानी बुधवार को एचसीएल के संस्थापक डॉ. अजय चौधरी, फैलो संस्थापक अर्जुन मल्होत्रा और उद्योग जगत के दिग्गज डॉ. सत्या गुप्ता द्वारा स्थापित एपिक फाउंडेशन के लॉन्च के दौरान किया गया. एपिक फाउंडेशन का मकसद है स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक उद्योग को बढ़ावा देना. फाउंडेशन के लॉन्च समारोह में चीफ गेस्ट नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके सारस्वत थे. एपिक फाउन्डेशन ने दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी की स्थापना के लिए दिल्ली सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं. 

एपिक फाउंडेशन की लॉन्चिंग के दौरान डॉ. वीके सारस्वत, डॉ. अजय चौधरी व अन्य लोग.
एपिक फाउंडेशन की लॉन्चिंग के दौरान डॉ. वीके सारस्वत, डॉ. अजय चौधरी व अन्य लोग. 

एपिक फाउंडेशन की शुरुआत का मकसद भारतीय इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स एवं भारतीय ब्राण्ड्स के निर्माण को बढ़ावा देना है. इसके अलावा भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स का वॉल्यूम बढ़ाकर सेमीकंडक्टर चिप्स की मांग को पूरा करना है. एपिक के चेयरमैन डॉ. अजय चौधरी ने कहा कि हम इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स के डिज़ाइन से लेकर मैनुफैक्चरिंग तथा सेमीकन्डक्टर चिप्स के डिज़ाइन और मैनुफैक्चरिंग तक भारतीय इलेक्ट्रोनिक्स उद्योग को सही मायनों में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं. 

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लॉन्च समारोह में टैबलेट के अलावा एक स्वदेशी एलईडी ड्राइवर चिप की भी लॉन्च किया गया. इसकी कंजप्शन 700 मिलियन यूनिट्स है. अगले कुछ सालों में यह बढ़कर एक बिलियन यूनिट्स हो जाएगी. पिछले 3 दशकों में भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स ब्राण्ड्स एवं प्रोडक्ट्स में लगातार गिरावट आई है. आज बहुत कम ऐसे भारतीय ब्राण्ड और प्रोडक्ट हैं जो उच्च-वॉल्युम इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट कैटेगरी में आते हैं. 

फाडन्डेशन इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट डिज़ाइन एवं मैनुफैक्चरिंग सिस्टम के निर्माण के लिए अन्य राज्यों के साथ भी काम कर रहा है. फाउन्डेशन ने IIT कानपुर और IIT मद्रास के साथ भी समझौता ज्ञापन किए हैं. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सेमीकंडक्टर डोमेन के मुख्य संगठन, IESA, ELCINA, MAIT, ESSCI, ELCOMA एपिक फाउन्डेशन को साथ देने का भरोसा दे चुके हैं. लॉन्च समारोह में एपिक फाउन्डेशन ने ब्लाइंड सोसाइटी ऑफ इंडिया और डेफ सोसाइटी फॉर वुमेन को 20 आकाश गंगा टैबलेट दान में दिए.

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