देवगुरु बृहस्पति अभी तुला राशि में स्थित हैं. दैत्यगुरु शुक्र 01सितम्बर को रात्रि में तुला राशि में जा रहे हैं. यहाँ शुक्र बेहद मजबूत स्थिति में होंगे. शुक्र अपनी ही राशि में होंगे और बृहस्पति के साथ होंगे. इस स्थिति में शुक्र और बृहस्पति दोनों एक साथ हो जाएंगे. यह एक बड़ी सुंदर स्थिति है. इस स्थिति के परिणाम ज्यादातर शुभ होंगे.
इसका आम जनजीवन और जनता पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- लोगों के रिश्तों की कड़वाहट दूर होगी
- प्रेमभाव में वृद्धि होगी
- मांगलिक कार्य होंगे, अविवाहितों के विवाह होंगे
- लोग आमोद प्रमोद में काफी खर्चे करेंगे
- बीमारियां कम होंगी, रोग दूर होंगे
देश-दुनिया में इस संयोग का क्या असर होगा?
- राजनीति में महिलाओं की शक्ति बढ़ेगी
- परंतु साथ ही साथ महिलाओं को अपनी सुरक्षा का ध्यान देना होगा
- धर्म गुरुओं के नाम यश और जीवन पर संकट आ सकता है
- जल और जमीन से आपदाएं आ सकती हैं
- छिट पुट दुर्घटनाएं भी होती रहेंगी
इस संयोग का राशियों पर क्या प्रभाव होगा?
- मेष राशि वालों की विवाह और वैवाहिक जीवन की समस्याएं हल होंगी
- वृष राशि वालों को करियर और धन का लाभ होगा
- मिथुन राशि वालों के संतान का योग बनेगा
- कर्क राशि वालों का संपत्ति और वाहन का सुख मिलेगा
- सिंह राशि वालों के करियर में आकस्मिक बदलाव हो सकता है
- कन्या राशि वालों के जीवन में मांगलिक कार्य होने के योग हैं
- तुला राशि वालों का आमोद प्रमोद में खर्चा बढ़ेगा
- वृश्चिक राशि वालों का नाम यश बढ़ेगा
- धनु राशि वाले आनंददायक यात्राएं करेंगे
- मकर राशि वालों को पद प्रतिष्ठा और धन का लाभ होगा
- कुम्भ राशि वालों को प्रेम और रिश्तों का वरदान मिलेगा
- मीन राशि वालों के जीवन में मंगल कार्य होंगे