scorecardresearch
 

आज 4 अगस्त 2022 का तुला राशिफल: साहस और सूझबूझ से काम बनेंगे, जानें गुरुवार का दिन कैसा रहेगा

Tula Rashifal 4 august 2022: महत्वपूर्ण प्रयासों को गति देंगे. सक्रियता और सामंजस्य बनाए रखेंगे. आपसी सहयोग से कार्य सधेंगे. करियर कारोबार बेहतर होगा. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. समकक्षों का भरोसा जीतेंगे. विश्वसनीयता बढे़गी. साहस व सूझबूझ से सभी क्षेत्रों में अच्छा करेंगे. उपलब्धियां हासिल करेंगे. शुभ कार्य बनेंगे. सामंजस्य बना रहेगा. लाभ संवरेगा. जिद अहंकार न दिखाएं संवाद बढ़ाएं.

Advertisement
X
जानें कैसा रहेगा तुला राशि वालों का आज का दिन
जानें कैसा रहेगा तुला राशि वालों का आज का दिन

Libra/Tula rashi, Aaj Ka Rashifal- तुला राशि वाले जातक श्रेष्ठ विचारों और कार्यों को बढ़ावा देंगे. जीवन स्तर ऊंचा रखेंगे. व्यक्तित्व में सौम्यता रहेगी. व्यवहार में मिठास बनाए रखेंगे. निजी एवं पारिवारिक विषयों में रूचि बढ़ाएंगे. नवीनता पर जोर देंगे. स्मरण शक्ति को बल मिलेगा. सबसे बनाकर चलें. रचनात्मक कार्यों में आगे रहें. सकारात्मकता बढ़त पर रहेगी. वातावरण अनुकूल रहेगा. श्रेष्ठ कार्यों को आगे बढ़ाएंगे. सुख सौख्य रहेगा. साख सम्मान में वृद्धि होगी. उल्लेखनीय प्रदर्शन करेंगे. संस्कार परंपराओं को निभाएंगे.

धन लाभ- महत्वपूर्ण प्रयासों को गति देंगे. सक्रियता और सामंजस्य बनाए रखेंगे. आपसी सहयोग से कार्य सधेंगे. करियर कारोबार बेहतर होगा. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. समकक्षों का भरोसा जीतेंगे. विश्वसनीयता बढे़गी. साहस व सूझबूझ से सभी क्षेत्रों में अच्छा करेंगे. उपलब्धियां हासिल करेंगे. शुभ कार्य बनेंगे. सामंजस्य बना रहेगा. लाभ संवरेगा. जिद अहंकार न दिखाएं संवाद बढ़ाएं.

प्रेम मैत्री- निजी मामलों में सहजता रहेगी. भेंटवार्ता में बेहतर रहेंगे. जिम्मेदारों से मुलाकात होगी. सभी की भावनाओं का सम्मान करेंगे. भेंट के अवसर बढ़ेंगे. परस्पर विश्वास बढ़ाएंगे. शुभता का संचार बना रहेगा. प्रभाव में वृद्धि होगी. रिश्ते संवरेंगे. संबंध बल पाएंगे.

स्वास्थ्य मनोबल- स्वास्थ्य सुधार पर रहेगा. व्यक्तित्व संवरेगा. आकर्षण बढ़ेगा. कला कौशल के प्रयास फलेंगे. उत्साह मनोबल में वृद्धि होगी. शारीरिक दोष दूर होंगे. खानपान प्रभावी रहेगा.

शुभ अंक : 4 और 7

Advertisement

शुभ रंग : गेहुंआ

आज का उपाय : सूर्यदेव की साधना करें. जगतपालक श्रीहरि विष्णु और लक्ष्मीजी की पूजा वंदना करें. पूरुष सूक्त और श्रीसूक्त का पाठ व श्रवण करें. स्वर्णादि पीली वस्तुओं और फलों का दान करें. क्षमाभाव बढ़ाएं.

Advertisement
Advertisement