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Vastu Tips: ईशान, आग्नेय या उत्तर.. कहां होना चाहिए घर का मुख्य द्वार? जानें मेट गेट की सही दिशा

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के मुताबिक, मुख्य द्वार को वास्तु में घर की ऊर्जा का प्रवेशद्वार माना गया है. यह सिर्फ आने-जाने का रास्ता नहीं, बल्कि पूरे घर की तरंगों, वातावरण और भाग्य को प्रभावित करने वाला केंद्र होता है. इसलिए, घर बनाते या खरीदते समय इसकी दिशा, स्थिति और शुभता का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है.

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इस दिशा में होना चाहिए घर का मुख्य द्वार (Photo: ITG)
इस दिशा में होना चाहिए घर का मुख्य द्वार (Photo: ITG)

Vastu Tips For Main Gate: सपनों के एक घर की इच्छा सभी के मन में रहती है. यदि घर में सुख-शांति, समृद्धि, धन-वैभव व खुशहाली न हो तो वह घर नहीं मकान हो जाता है. जहां जीवन में प्रसन्नता नहीं, उदासी का घेराव रहता है. अगर आप अपने घर में प्रसन्नता प्रस्फुटित करना चाहते है तो वास्तु से संबंधित कुछ बातों का घर बनवाते समय या खरीदते समय विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता है, ताकि नकारात्मक ऊर्जा से बचा सकें. जिसमें सबसे खास होता है घर का मुख्य दरवाजा.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के दरवाजे की दिशा आपकी कुंडली का मुख्य बिंदु हो जाता है. आप जब घर से बाहर निकलते हैं तो आपका चेहरा जिस दिशा में होता है, वही आपके दरवाजे की दिशा होती है. घर के दरवाजे की दिशा से कोई खास ग्रह पूरे घर में प्रभाव डालता है. अगर वो ग्रह आपके लिए अनुकूल है तो मुख्य द्वार लाभदायक होगा. 

मुख्य द्वार पूर्व दिशा की ओर

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का पूर्व द्वार घर का सबसे अच्छा द्वार माना जाता है. अगर आपका मंगल गड़बड़ हो तो इस द्वार के कारण घर में कर्जें बढ़ने लगते हैं. 

मुख्य द्वार पश्चिम दिशा की ओर

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, ऐसा द्वार घर में पैसे के आगमन के लिए काफी शुभ होता है. लेकिन, अगर आपकी कुंडली में बुध ठीक ना हो तो इसके कारण घर में पैसा नहीं बचता है. 

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मुख्य द्वार उत्तर दिशा की ओर

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की उत्तर दिशा में बना द्वार उन्नति के लिए उत्तम होता है. लेकिन, अगर घर के द्वार के सामने वेध हो तो ऐसा द्वार जीवन में दरिद्रता पैदा कर देता है. 

दक्षिण दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दक्षिण दिशा में बना मुख्य द्वार जीवन में संघर्ष को बढ़ा देता है. अगर कुंडली में शनि-मंगल की स्थिति ठीक हो तो ये द्वार काफी फलदायी होता है.  

आग्नेय कोण

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर का मुख्य द्वार अगर आग्नेय कोण में बना है तो जीवन में वैभव और समृद्धि का आगमन होने लगेगा. अगर कुंडली में अग्नि तत्व की मात्रा ज्यादा हो तो ये द्वार जीवन में आकस्मिकताएं ज्यादा बढ़ा देता है.  

ईशान कोण

घर का मुख्य द्वार अगर ईशान कोण में बना हुआ है तो इसे बहुत ही शुभ माना जाता है. अगर कुंडली में बृहस्पति ठीक ना हो तो इस दिशा के द्वार से गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है.

मुख्य द्वार कैसे देता है लाभ

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए. इस द्वार पर नियमित रूप से आम के पत्तों का वंदनवार लगाना चाहिए. इसके अलावा, मुख्य द्वार के अंदर की ओर गणेश जी का चित्र जरूर लगाएं और द्वार के बाहर की तरफ अनार-शमी का पौधा भी लगाएं. ऐसा करने से घर के मुख्य द्वार की शुभता बनी रहती है.

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