वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्रवार, 31 अक्टूबर को अक्षय नवमी का पर्व मनाया जा रहा है. यह त्योहार हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आता है. ‘अक्षय’ का अर्थ होता है नाश न होने वाला या अमर. इसलिए इस दिन किए गए पूजा-पाठ और दान का फल हमेशा के लिए स्थायी माना जाता है. इस दिन लक्ष्मी-नारायण जी की विशेष पूजा की जाती है. साथ ही, आंवले के पेड़ के नीचे भोजन बना कर भगवान शिव और विष्णु जी को भोग लगाना शुभ माना जाता है. इससे घर में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. ज्योतिष के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर चंद्र देव अपनी राशि बदलेंगे.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र देव हमारे मन, भावनाएं, मानसिक संतुलन और परिवारिक जीवन के कारक माने जाते हैं. उनके राशि परिवर्तन से हमारी मानसिक स्थिति और जीवन में बदलाव देखने को मिलते हैं. इस बार, मंगलवार, 31 अक्टूबर को सुबह 06:48 बजे चंद्र देव का राशि परिवर्तन होगा. चंद्र देव मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे. कुंभ राशि में चंद्र देव दो दिनों तक रहेंगे. इसके बाद चंद्र देव मीन राशि में गोचर करेंगे. जानते हैं चंद्र देव के राशि परिवर्तन से कौन सी दो राशियों को लाभ होगा.
सिंह राशि
सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव हैं. इन्हें आत्मा, शक्ति, नेतृत्व और आत्मविश्वास का कारक माना जाता है. सूर्य और चंद्र का संबंध मित्रवत का है. इसका अर्थ यह है कि चंद्र देव सिंह राशि पर अपनी दृष्टि डालें तो सकारात्मक प्रभाव अधिक मिलता है. इस बार चंद्र देव का राशि परिवर्तन होने के दौरान सिंह राशि पर विशेष प्रभाव पड़ रहा है. राशि परिवर्तन के समय चंद्र देव सिंह राशि के चतुर्थ भाव पर दृष्टि डालेंगे. चतुर्थ भाव घर, मां, परिवार, शिक्षा और भावनात्मक सुख का कारक माना जाता है.
सिंह राशि वालों को परिवार और घर का सुख प्राप्त होगा. घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी. परिवार के सदस्यों के साथ संबंध मजबूत होंगे.चतुर्थ भाव पर चंद्र देव की दृष्टि से मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता मिलेगी. परिवार और बच्चों के प्रति प्रेम और स्नेह में वृद्धि होगी. छात्रों और विद्यार्थियों के लिए यह समय लाभकारी है. नए ज्ञान अर्जित करने और रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के स्वामी: मंगल देव ऊर्जा, साहस, निर्णायक क्षमता और कर्मठता के कारक हैं. चंद्र देव के राशि परिवर्तन के दौरान वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह समय अत्यंत शुभ माना जा रहा है. इस अवधि में साझेदारी में किए गए व्यवसाय और निवेश में लाभ होगा. जो लोग नए व्यापारिक अवसर खोज रहे हैं, उनके लिए यह समय उत्तम है. व्यवसायिक योजनाओं और प्रोजेक्ट्स में सफलता प्राप्त होगी. साझेदारी या सहयोगी कार्यों में फायदा मिलेगा. पुराने निवेश या लेन-देन से लाभ प्राप्त होगा. व्यवसायिक निर्णय में सफलता के संकेत हैं. घर में सुख-शांति और उत्सव जैसा माहौल रहेगा. परिवार का साथ और सहयोग मिलेगा. विवाह के लिए नए प्रस्ताव या रिश्ते सामने आ सकते हैं. मानसिक तनाव और चिंता से मुक्ति मिलेगी.