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आतंकी रिजवान ने लाहौर में तोड़ी थी महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति, भारत-पाक बॉर्डर से पकड़ा गया था

महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा तोड़ने वाला रिजवान कट्टरपंथी समूह तहरीक-ए-लब्बैक का सदस्य है. घटना के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में कोर्ट ने उसे जमानत दे दी थी. महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को तोड़े जाने की घटना पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.

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आतंकी रिजवान जिसे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से दो दिन पहले पकड़ा गया था. -फाइल फोटो
आतंकी रिजवान जिसे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से दो दिन पहले पकड़ा गया था. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नुपूर शर्मा को मारने के लिए रिजवान पहुंचा था हिंदुस्तान
  • आतंकी रिजवान से पुलिस फिलहाल कर रही है पूछताछ
  • मंडी बहाउद्दीन का रहने वाला है रिजवान अशरफ

भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर से पकड़े गए आतंकी रिजवान के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है. श्रीगंगानगर के एसपी आनंद शर्मा ने जानकारी दी है कि रिजवान ने पाकिस्तान में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़ी थी. बता दें कि महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति लाहौर किले में रखी गई थी. रणजीत सिंह की मूर्ति को रानी जिंदा की हवेली के सामने स्थापित किया था जिसे 17 अगस्त 2021 को तोड़ दिया गया था. घटना के बाद पाकिस्तान की पुलिस ने रिजवान को हिरासत में भी लिया था.

बता दें कि श्रीगंगानगर के बॉर्डर पर हिंदूमलकोट पोस्ट पर बीएसएफ ने रिजवान अशरफ को पकड़ा था. रिजवान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मंडी बहाउद्दीन शहर का रहने वाला है. रिजवान के पास से पुलिस ने दो चाकू, कुछ धार्मिक किताबें और खाने-पीने का सामान बरामद किया है. 

नुपूर शर्मा को मारने के लिए पहुंचा था हिंदुस्तान

पूछताछ में मालूम चला है कि रिजवान अशरफ नूपुर शर्मा से नाराज था और उसको मारने के लिए घुसपैठ करके पाकिस्तान से हिंदुस्तान की सरहद में दाखिल हुआ था. अब जांच एजेंसियां रिजवान अशरफ से पूछताछ कर रही है. 

बता दें कि पाकिस्तान के लाहौर किले में बनी महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा का अनावरण जून 2019 में किया गया था. इससे पहले पहली बार दिसंबर 2020 में प्रतिमा को तोड़ दिया गया था. बता दें कि 22 वर्षीय मोहम्मद रिजवान ने महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ा था. उसने हथौड़े की मदद से मूर्ति को तोड़ा था. इस मामले ने पाकिस्तान में तो तूल पकड़ा ही, भारत में भी जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला था.

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