उत्तर प्रदेश के इटावा में दो कथावाचकों के साथ जाति के नाम पर अमानवीय व्यवहार किया गया. उन्हें पीटा गया, सिर मुंडवाया गया, चोटी काटी गई और पैर पर नाक रगड़वाई गई. आरोप है कि उन पर मूत्र भी छिड़का गया और कहा गया कि 'ब्राह्मण के ये मूत्र तुम्हारे ऊपर पड़ गया, अब तुम पवित्र हो गए'.