साल 2025 अपराध की एक काली छाया छोड़ गया, जहां पत्नियों ने अनगिनत मौतों को अंजाम दिया. वारदात की टीम ने इस साल की सबसे गहरी और दर्दनाक कहानियां आपके सामने पेश की हैं. मेरठ की मुस्कान से लेकर कर्नाटक की रूबी तक, हर केस ने रिश्तों की सच्चाई को उजागर किया है. सोशल मीडिया के इस दौर में रिश्ते कब किस मोड़ पर बदल जाते हैं, यह तथ्य हमारे लिए बहुत सीखने वाला है. एनसीआरबी के आंकड़े और यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट प्रदर्शित करती हैं कि घर के अंदर भी ये हिंसा किस हद तक पहुंच चुकी है. इस रिपोर्ट में पत्नी द्वारा पति की हत्या के असंख्य मामले शामिल हैं जो आज के समाज की बड़ी चुनौती हैं. वारदात की टीम की कोशिश है कि इस कड़वी हकीकत को सबके सामने लाया जाए ताकि रिश्तों में प्यार और भरोसा बना रहे. नए साल में उम्मीद है कि सभी रिश्ते प्यार और समझदारी के साथ आगे बढ़ें और ऐसी घटनाएं न हों.