आपने लोगों को खुश होकर अपने नौकरों को बख्शीश देते तो देखा होगा, लेकिन कोई मालिक अपने नौकर की खिदमत से इस कदर खुश हो जाए कि उसे बख्शीश में छह सौ करोड़ की दौलत दे दे, ऐसा ना तो देखा होगा और ना ही सुना होगा.