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ईश्वर नहीं इंसान रचता है भाग्य

ईश्वर नहीं इंसान रचता है भाग्य

भाग्य को ईश्वर नहीं बल्कि इंसान रचता है. जो कर्म इंसान आज करता है उसी से आने वाला कल बनता है. मैं भाग्य हूं में जानें कैसे जीवन को संवारा जाए, कैसे परेशानियों से राहत पाई जाए. साथ ही जानें अपना राशिफल.

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