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मैं भाग्य हूं: ऐसे आप बन सकते हैं विजेता

मैं भाग्य हूं: ऐसे आप बन सकते हैं विजेता

मन के हारे हार है, मन के जीते जीत. ये कहावत मात्र नहीं, बल्कि इंसानी क्षमताओं को दर्शाने वाले वो शब्द हैं, जो आपको बताते हैं कि इंसान का डर या इंसान की जीत उसके मन के मुताबिक ही उसे मिलती है. यह सत्य है. मैं भाग्य हूं....कहते हैं कि मेरी वाणी अटल है, क्योंकि मेरी वाणी के पीछे होते हैं आपके कर्मों से उपजे उनके परिणाम. पर इंसान की क्षमताएं अनंत हैं. वो चाहे, तो पत्थर का सीना चीरकर पानी निकाल सकता है....वो चाहे, तो असंभव को संभव कर सकता है. विजेता बनने की सीख जानने के लिए देखिए पूरा वीडियो..

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