आपको याद होगा कि करीब 21 महीने पहले हमारे जवानों ने पीओके में घुसकर आतंकियों के अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. शौर्य की उस कार्रवाई के बाद जमकर सियासत हुई थी. 21 महीने बाद सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत का वीडियो सामने आ गया है. लेकिन सियासत और सवाल खत्म नहीं हुए हैं. वीडियो सामने आने के बाद वीडियो की टाइमिंग और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. कहा जा रहा है सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की जा रही है. अब सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत को लेकर सत्तारुढ़ बीजेपी और विपक्ष एक बार फिर आमने-सामने है. सर्जिकल स्ट्राइक पर एक बार फिर सियासी स्ट्राइक हो रही है.