खांटू श्याम का दरबार सज गया है और वह पूरे साज श्रृंगार के साथ विराजमान हैं. सीकर की हवाओ में गूंजते ढोल और नगाड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि शुरू हो गई अनाथों के नाथ की आरती.