बीती रात सवा बारह बजे गुरु बदल चुका है अपनी चाल. गुरु मकर से चला गया है कुंभ राशि में औऱ 31 की रात है चंद्रग्रहण. ऐसे में जिस रक्षा कवच से सभी ग्रहण के प्रभाव से बचने वाले थे, वो सुरक्षा कवच अब टूट गया है, लेकिन फिर भी आप ग्रहों के इस गड़बड़झाले से बच सकते हैं.