तपस्या का अर्थ होता है किसी बड़ी सफलता की कामना लेकर किया गया तप, या साधना. ऐसी तपस्या राजनेता करते हैं जिसमें मंत्र नहीं बल्कि पार्टी और विचारधारा का जप किया जाता है, जिसमें कठिन तपस्या के तौर पर नेता पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. बदले में उन्हें विधायक-सांसद का टिकट, संगठन में पद का वरदान मिलता है. तपस्या जनता भी करती है. सरकार को चुनकर उनसे अपने जीवन को सरल बनाने वाली नीतियों-योजनाओं का वरदान पाने वाली तपस्या आम आदमी करता है. लेकिन जरूरी नहीं कि हर नेता और जनता की तपस्या पूरी हो जाए. देखें सईद अंसारी के साथ 10तक में बात ऐसे ही तपस्या करके भी फल नहीं पाने वाले नेताओं और जनता की.