राजस्थान सरकार ने खनिजों की खोज के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग का सहारा लेने का फैसला किया है, जिससे खनन कार्य और अधिक तेज, सटीक और किफायती हो सके. भीलवाड़ा, भरतपुर और चित्तौड़गढ़ में पायलट प्रोजेक्ट के तहत सेटेलाइट इमेज, ग्राउंड पेनेट्रेशन रडार और पुराने जियोलॉजिकल डाटा का एनालिसिस किया जा रहा है.