मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में आस्था और मर्यादा से खिलवाड़ का एक गंभीर मामला सामने आया है. किसी अज्ञात यूजर ने AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग करके मंदिर के गर्भ गृह और परिसर का एक आपत्तिजनक फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है.
वीडियो में कार्टून कैरेक्टर डोरेमॉन को महाकाल दर्शन करते हुए दिखाया गया है. एआई तकनीक से महाकालेश्वर का गर्भ गृह दिखाया गया है, जहां एक सुरक्षाकर्मी को जूते पहने हुए दर्शाया गया है.
वीडियो में दिखाया गया है कि सुरक्षाकर्मी डोरेमॉन को यह कहकर रोक रहा है, "यहां अंदर जाने के लिए गैजेट नहीं, वीआईपी पास लगता है."
यूजर ने आपत्तिजनक क्लिप में मंदिर के बाहर स्टॉल लगाकर ₹250 के पास बेचते हुए भी दर्शाया है. डोरेमॉन को पास खरीदने के बाद गर्भ गृह में दर्शन करते और साधु के साथ नाचते हुए दिखाया गया है.
वीडियो वायरल होते ही महाकाल मंदिर प्रबंध समिति तत्काल एक्शन में आई. मंदिर समिति ने इसे आस्था और मर्यादा का मज़ाक बताते हुए महाकाल थाना पुलिस को पत्र लिखकर यूजर और वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है.
मंदिर प्रशासक ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं का केंद्र महाकाल मंदिर की छवि खराब करने वाला है और ऐसे AI जनरेटेड भ्रामक वीडियो बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और शुरुआती जांच में वीडियो पूरी तरह से एआई जनरेटेड पाया गया है.
मंदिर समिति ने साफ किया है कि यह कृत्य धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के तहत अपराध की श्रेणी में आता है और जिम्मेदार यूजर पर जल्द ही सख्त और कानूनी कार्रवाई की जाएगी.