मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से राष्ट्र की भावनाओं को आहत करने वाला मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो में देखा गया कि शहर के वार्ड 50 के पास स्थित एक कचरा डंपिंग ग्राउंड में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को जलाया गया. इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
कांग्रेस-बीजेपी ने की कार्रवाई की मांग
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक घटना को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शाहपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह शर्मनाक कृत्य नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही का नतीजा है. वहीं, भाजपा की वार्ड 50 की पार्षद सुषमा बबीशा ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'वार्ड 50 के कार्यालय के पास स्थित डंपिंग ग्राउंड में नगर निगम नियमित रूप से कचरा जलाता है, लेकिन इस बार तिरंगे जैसी पवित्र चीज को भी कूड़े में डालकर जला दिया गया. यह न सिर्फ कानून का उल्लंघन है बल्कि देश की अस्मिता का भी अपमान है.'
शाहपुरा थाने के सब इंस्पेक्टर हरीश गुजरबोस ने बताया कि 'इस मामले में दो शिकायतें प्राप्त हुई हैं. हमने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है ताकि दोषियों की पहचान की जा सके.
इस घटना ने भोपाल में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में गहरी नाराज़गी पैदा कर दी है. कई संगठनों ने इसे राष्ट्रीय ध्वज अधिनियम 2002 का उल्लंघन मानते हुए आरोपियों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही दोषियों को चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल जांच जारी है और अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय कर्मचारियों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.