कांग्रेस के कद्दावर नेता और विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने मध्यप्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखते हुए आरोप लगाया है कि पुलिस एनएसयूआई छात्र नेताओं और कार्यकर्ताओं पर आपराधिक मुकदमे दर्ज कर रही है जो गलत है.
अजय सिंह राहुल ने लिखा है कि छात्र नेताओं खासकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और नर्सिंग छात्र छात्राओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई गलत है। अजय सिंह ने एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार को थाने में बिठाए रखने की घटना की तीखी आलोचना की है और लिखा है कि छात्रों के साथ ज्यादती ठीक नहीं है.
डीजीपी को भेजे पत्र में अजय सिंह राहुल ने लिखा है कि, 'प्रदेश की राजधानी भोपाल तथा इंदौर में विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन/प्रदर्शन करने वाले छात्रों तथा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के पदाधिकारियों पर पुलिस द्वारा आपराधिक प्रकरण दर्ज किये जा रहे हैं. इसके साथ उनसे दस से पचास हजार रुपये के बांड भी भरवाए जा रहे हैं'.
कांग्रेस नेता ने रवि परमार के प्रकरण का जिक्र करते हुए अजय सिंह ने कहा कि 'विगत 26 अप्रैल, 2023 को छात्र नेता रवि परमार को स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करने पर पुलिस थाना टीटी नगर, भोपाल में 11 घंटे तक बिठाकर रखा गया जबकि इन पर धारा 151 लगाई गई थी जिसमें तत्काल मुचलके पर छोड़ने का प्रावधान है. इसी तरह कई छात्रों पर पुलिस ने एक ही मामले में एफआईआर भी दर्ज की और बांड भी भरवाये'.
अजय सिंह ने पत्र में आगे लिखा है कि अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर आंदोलन/प्रदर्शन करना एक लोकतांत्रिक अधिकार है। इसमें शामिल होने वाले छात्रों पर इस प्रकार की सख्त कार्यवाही किया जाना अनुचित है. उन्होंने डीजीपी से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में पुलिस द्वारा छात्रों के साथ ज्यादती और सख्ती रोकने के लिए समुचित आदेश देने का कष्ट करें.