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MP: प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी-2.0 में बनेंगे 10 लाख घर, पहले फेस में 23 हजार करोड़ किए गए खर्च

पीएमएवाई शहरी-1.0 के तहत अब तक प्रदेश में 8 लाख 50 हजार घर बनाए जा चुके हैं, जिन पर 22 हजार 975 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. पीएमएवाई-यू-2.0 के लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.

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PMAY-U-1.0 के तहत अब तक MP में 8.50 लाख घर बनाए जा चुके. (सांकेतिक तस्वीर)
PMAY-U-1.0 के तहत अब तक MP में 8.50 लाख घर बनाए जा चुके. (सांकेतिक तस्वीर)

मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी-2.0 (PMAY-U-2.0)  की शुरुआत हो चुकी है. यह योजना 2029 तक 5 साल तक चलेगी. इसके तहत देशभर में 1 करोड़ और मध्य प्रदेश में 10 लाख नए आवास बनाने का लक्ष्य है. योजना का मकसद सभी पात्र शहरी गरीब और बेघर परिवारों को किफायती और स्थायी घर उपलब्ध कराना है. 

नगरीय विकास और आवास विभाग के अनुसार, पीएमएवाई शहरी-1.0 के तहत अब तक प्रदेश में 8 लाख 50 हजार घर बनाए जा चुके हैं, जिन पर 22 हजार 975 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. पीएमएवाई-यू-2.0 के लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.

चार तरीकों से मिलेगी मदद
योजना में पात्र लोगों को चार प्रमुख तरीकों से सहायता दी जाएगी. आवेदन प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाया गया है. इच्छुक लोग आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के वेब पोर्टल (https://pmay-urban.gov.in/) के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए नजदीकी नगरीय निकाय कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है. केंद्र और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी पात्र परिवार बिना घर के न रहे.

इन वर्गों को विशेष प्राथमिकता
PMAY-U-2.0 में सभी वर्गों को समान अवसर देने पर जोर है. कल्याणी, अकेली महिलाएं, दिव्यांगजन, वरिष्ठ नागरिक, ट्रांसजेंडर, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और अन्य कमजोर वर्गों की आवास जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी. 

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इसके अलावा, सफाईकर्मी, पीएम स्वनिधि योजना के स्ट्रीट वेंडर, पीएम विश्वकर्मा योजना के कारीगर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, निर्माण श्रमिक, झुग्गी-बस्ती और चाल में रहने वाले लोग और अन्य पात्र समूहों को विशेष ध्यान दिया जाएगा.
 

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