scorecardresearch
 
Advertisement

'मुझ में फनकार था पोशीदा मैं फनकार में थी', साहित्य आजतक के मंच से शायरा नुसरत मेहदी से सुनें

'मुझ में फनकार था पोशीदा मैं फनकार में थी', साहित्य आजतक के मंच से शायरा नुसरत मेहदी से सुनें

साह‍ित्य के महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2024' के दूसरे द‍िन मंच पर मशहूर शायरा नुसरत मेहदी ने भी शिरकत की. जहां उन्होंने 'Khawateen Ka Mushaira' सेशन में शायरी और गजल सुनाई. बता दें क‍ि ये 'साहित्य आजतक' का सातवां संस्करण है. और द‍िल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेड‍ियम में आयोजित है.

Advertisement
Advertisement