उम्र बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है जो समय के साथ पुरुष हो या स्त्री, हर किसी पर प्रभाव डालती है. जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमें अपनी हेल्थ के हर पहलू पर ध्यान देना होता है. मजबूत हड्डियों से लेकर एनर्जी रहने तक, हर चीज बढ़ती उम्र के साथ जरूरी होती है. कई मामलों में आपकी डाइट इसमें अहम भूमिका निभाती है. जो लोग भोजन से विटामिन, मिनरल्स प्राप्त नहीं कर पाते, वे लोग सप्लीमेंट का यूज करते हैं. हालांकि, अगर कोई इन सप्लीमेंट की अधिक खुराक लेता है तो उसे कई साइ़ड इफेक्ट भी हो सकते हैं. तो आइए जानते हैं कि कौन से सप्लीमेंट लेने से सभी को बचना चाहिए.
आयरन
आयरन शरीर के कई कामों के लिए काफी जरूरी मिनरल है. यह ग्रोथ और डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है. यह स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को सही रखने में मदद करता है. साथ ही साथ इस बात का भी ख्याल रखता है कि पूरे शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन सही तरह से हो. आयरन की कमी को सप्लीमेंट्स और रेड मीट और पोल्ट्री के सेवन से दूर किया जा सकता है जो कि मिनरल से भरपूर होते हैं. हालांकि, डॉक्टर की सलाह के बिना आयरन सप्लीमेंट्स लेने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि अधिक मात्रा में लेने से इनके बहुत सारे साइड इफेक्ट हो सकते हैं.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, आयरन सप्लीमेंट्स की उच्च खुराक लेने से पेट खराब, कब्ज, मतली, पेट में दर्द, उल्टी और दस्त जैसी शिकायतें हो सकती हैं. अधिक मात्रा में आयरन सप्लीमेंट लेने से पेट की परत में सूजन और अल्सर भी हो सकता है.
विटामिन ई
विटामिन ई आपके शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है और यह खून के थक्कों को रोकने, कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाने और इम्यूनिटी को प्रमोट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हालांकि, विटामिन ई की अधिकता परेशानी का सबब बन सकती है क्योंकि यह प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है.
JAMA नेटवर्क में पब्लिश रिसर्च के अनुसार, विटामिन ई वाली डाइट से पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. किसी विशेषज्ञ से सलाह लिए बिना विटामिन ई की खुराक शुरू नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसकी अधिकता से विटामिन ई विषाक्तता हो सकती है जिससे खतरनाक लक्षण हो सकते हैं.
मल्टीविटामिन
लोगों को डॉक्टर की सलाह के बिना मल्टीविटामिन की गोलियां खाने की आदत होती है लेकिन यह मौत का जोखिम भी बढ़ा सकती है. 2023 में JAMA नेटवर्क ओपन में पब्लिश स्टडी के मुताबिक, मल्टीविटामिन रोजाना शरीर को ऊर्जा देने में मदद करते हैं, वहीं अतिरिक्त मात्रा किडनी में जमा हो जाती है जिससे किडनी में पथरी और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है.
बीटा-कैरोटीन
बीटा-कैरोटीन पौधों में पाया जाने वाला एक द्रव्य है जिसके कारण सब्जियों को उनका रंग मिलता है. शरीर बीटा कैरोटीन को विटामिन ए में परिवर्तित करता है जो एक आवश्यक विटामिन है. जबकि सही मात्रा में शरीर में विटामिन ए की स्वस्थ मात्रा बढ़ सकती है जो आंखों की हेल्थ, इम्यूनिटी, प्रोडक्शन और ग्रोथ से जुड़ी है.