डेडलिफ्ट एक काफी फेमस और इफेक्टिव एक्सरसाइज है. यह स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का हिस्सा है. इसके करने से काफी फायदे हो सकते हैं. यह एक्सरसाइज मुख्य रूप से आपकी पीठ, हिप्स, जांघों, और कोर मसल्स को टारगेट करती है. यह एक कंपाउंड एक्सरसाइज है क्योंकि यह एक बार में कई हिस्सों को ट्रेन करता है. लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि डेडलिफ्ट जितनी इफेक्टिव है, उतनी ही खतरनाक भी है. अगर इसे गलत तरीके से किया जाए तो गंभीर चोट भी लग सकती है. तो आइए डेडलिफ्ट करते कैसे हैं और इसे करने के फायदे क्या हैं, यह जान लीजिए.
डेडलिफ्ट करने के फायदे
डेडलिफ्ट एक्सरसाइज आपके पूरे शरीर के मसल्स पर काम करती है, मुख्य रूप से हेमस्ट्रिंग्स, ग्लूट्स, लोअर बैक, आर्म्स और ट्रैप्स मसल्स पर. इसे करने पर आपके कोर मसल्स भी शामिल होती हैं जो आपको बेहतर बैलेंस और ताकत में मदद करते हैं. यह एक्सरसाइज खासकर ताकत और पावर बढ़ाने के लिए अच्छी मानी जाती है.
डेडलिफ्ट कैसे करें
सबसे पहले अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई के बराबर रखें. अब बार्बेल को अपने पैरों के पास रखें, ताकि यह आपके टिबिया (पंजे के पास) के करीब हों. अब घुटनों को हल्का मोड़े और हिप्स को नीचे लाकर, पीठ को सीधा रखें. अब अपनी हथेलियों को बार्बेल पर पकड़ें (दोनों हाथों में बार को थोड़ा चौड़ा पकड़ें, या दोनों हाथों में बार को समान दूरी से पकड़ सकते हैं).
अब अपने कोर (पेट के मसल्स) को कसें और बिना अपनी पीठ को आर्च किए हुए और बार्बेल को शरीर के करीब रखते हुए बार्बेल को ऊपर की ओर उठाएं. जब ऊपर आ जाएंगे तो पूरी बॉडी एक सीध में होगी.
अब जब आप खड़े हो जाएंगो तो फिर धीरे-धीरे बार्बेल को हिप ज्वाइंट से नीचे लाएं. ध्यान रखें पीठ आर्च नहीं होना चाहिए और शोल्डर आगे नहीं आना चाहिए. धीरे-धीरे बार्बेल को नीचे रख दें. ये 1 रेप कहलाएगा.
डेडलिफ्ट के दौरान ध्यान रखें ये बातें
पीठ सीधी रखें: जब भी बार्बेल को उठाएं तो अपनी पीठ को सीधा रखें ताकि चोट न लगे.
आगे की ओर न झुकें: अपने हिप्स को नीचे की ओर रखें लेकिन पीठ को झुका कर बार को उठाने की कोशिश न करें.
सही वजन का चुनाव करें: शुरुआत में हल्का वजन चुनें, और धीरे-धीरे वजन बढ़ाएं.
यह एक बहुत ही प्रभावी एक्सरसाइज है, लेकिन सही रूप में इसे करना जरूरी है ताकि चोट से बचा जा सके.